पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?
1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Mon, 13 Sep 2021 07:51:57 PM IST
JEHANABAD: बिहार में पंचायत चुनाव का दौर शुरू हो गया है. तरह तरह के नजारे सामने आ रहे हैं. लेकिन जहानाबाद के घोषी प्रखंड मुख्यालय पर आज जो हुआ उसे देखने वाले ही नहीं बल्कि जिसने भी सुना वह हैरान रह गया. नामांकन करने पहुंची एक महिला को समर्थक माला पहना रहे थे लेकिन वहां मौजूद देवर ने अपनी भाभी की मांग में सिंदूर भर दिया. दोनों ने वहीं शादी करने का एलान भी कर दिया.
देवर-भाभी की शादी पर समाज ने दी शाबासी
प्रखंड कार्यालय में देवर-भाभी की शादी हो गयी. देवर ने विवाह मंडप के बजाय सरकारी दफ्तर में भाभी की मांग में सिंदूर भर दिया लेकिन वहां मौजूद लोगों ने दोनों को शुभकामनायें दी. देवर को खास तौर पर शाबासी दी कि उसने ऐतिहासिक काम किया है. वाकई आप भी पूरी कहानी जानेंगे तो देवर की तारीफ ही करेंगे.
दरअसल नामांकन करने आयी जिस महिला से देवर ने शादी रचा ली उसका नाम रेखा देवी है. रेखा देवी घोषी प्रखंड के शाहपुर पंचायत के डहरपुर गांव की रहने वाली है. दो साल पहले उसके पति का निधन हो गया था. विधवा रेखा देवी अपने ससुराल में ही रह रही थी. जवान विधवा की हालत देख कर परिवार ही बल्कि पूरे गांव के लोग दुखी होते थे. इस दफे जब पंचायत चुनाव होने लगे तो आस पास के लोगों ने ही कहा कि वह वार्ड सदस्य का चुनाव लड़ जाये. रेखा देवी चुनाव लड़ने को तैयार नहीं थी. लेकिन लोगों ने जब बहुत जोर डाला तो वह नामांकन करने को तैयार हो गयी.
रेखा देवी के पंचायत में नामांकन का आज आखिरी दिन था. वह प्रखंड कार्यालय में अपने गांव के लोगों के साथ नामांकन करने पहुंची. नामांकन करके जैसे ही बाहर निकली उसके देवर ने अपनी भाभी की मांग में सिंदूर भर दिया. आस-पास के लोगों ने पहले ताली बजाकर इसका स्वागत किया और फिर दोनों को आशीर्वाद दिया.
विधवा महिला की शादी से उसके ससुर वीरेंद्र प्रसाद भी काफी खुश थे. उन्होंने कहा कि घर में विधवा बहू को देख कर उन्हें बहुत कष्ट होता था. अब जब उनके बेटे ने अपनी मर्जी से विधवा भाभी से शादी कर ली तो उन्हें बहुत तसल्ली मिली है. बहू को फिर से पति मिल गया है औऱ बेटे को पत्नी मिल गयी है.
उधर गांव में भी खबर फैल गयी. दोनों जब तक प्रखंड कार्यालय से लौट कर आते तब तक गांव की महिलाओं ने उनके स्वागत का इंतजाम कर लिया था. महिलाओं ने मंगल गीत गाते हुए गांव में दोनों का स्वागत किया.