GAYA : बिहार पुलिस की टैगलाइन तो सभी लोगों को याद होगा 'आपकी सेवा में सदेव तत्पर' लेकिन जब पुलिस वाले से आप किसी बात को लेकर शिकायत करें और वह आपकी शिकायत सुनने से इतर आपको ही धमकी देना शुरू कर दें। यह पूरा मामला गया का बताया जा रहा है जहां भाजपा नेता को थानेदार ने होश में रहकर बात करने की धमकी दी है। इसका एक ऑडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है।
दरअसल, भाजपा नेता अमित कुमार दांगी और गुरुआ थानेदार के बीच फोन पर हुई हॉट टॉक का ऑडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस ऑडियो में गुरुआ थानेदार सरफराज इमाम भाजपा के प्रदेश मंत्री अमित कुमार दांगी को बड़े ही गुस्से में आकर होश में रहने की बात कह रहे हैं। इस बात को लेकर दोनों के बीच हॉट टॉक भी हुई है। इस ऑडियो के सटीकता की पुष्टि फर्स्ट बिहार नहीं करता है।
वहीं, इस मामले में अमित दांगी ने पुलिस के वरीय अधिकारी से शिकायत भी की है।जबकि भाजपा नेता के अंदर इस बात को लेकर काफी रोष नजर आ रहा है। वह थानेदार के खिलाफ आंदोलन करने की बात कह रहे हैं। इसको लेकर आज बैठक भी बुलाई गई है। यह पूरा मामला दशहरा की रात का बताया जा रहा है।
अमित कुमार दांगी का कहना है कि गुरुआ थाना के बाउंड्री से सटे मां दुर्गा पंडाल में जाति सूचक गाना बजाया जा रहा था। पंडाल से सटे ब मेरा मकान भी है। गाना न केवल जाति सूचक बल्कि एक विशेष राजनीतिक पार्टी समर्थित था और यह उन्माद पैदा कर सकता था। इसी बात की सूचना हमने थाना प्रभारी गुरूआ को दी और उनसे कहा कि इस बात का परमिशन किसने दिया तो वह भड़क गए। उसके बाद उल्टा वह हमें धमकी देने लगे। फोन पर वे चिल्ला कर कहने लगे कि 'होश में रहो समझे न'। इस पर जब हमने उनसे सवाल पूछा कि किस बात के लिए आप होश में रहने के लिए कह रहे हैं तो उन्होंने फोन ही काट दिया।
इधर, इस पूरे मामले को लेकर अमित कुमार दांगी ने बताया कि जाति आधारित गीत संगीत से इलाके में शांति भंग होने के डर से थानेदार से जन प्रतिनिधि के नाते चिंता जाहिर की थी। लेकिन मैटर को सिरियस लेने के बजाए उल्टा हमें ही होश में रहने की बात कहने लगे जबकि उन्हें ऐसे मसले को गम्भीरता से लेना चाहिए था।
वहीं थानेदार सरफराज आलम ने कहा कि अमित कुमार दांगी की शिकायत पर मामले की जांच मौके पर जाकर किया गया था पर वहां संवेदनशील स्थिति या भड़काऊ गाना बजाए जाने का प्रमाण नहीं मिला। उन्होंने कहा कि आखिर अमित कुमार दांगी ने फोन पर ऐसा क्यों कहा कि गाने बजाने का परमिशन किसने दिया। यह बात समझ में नहीं आई।