PATNA : बिहार में जारी सियासी उठा-पटक के बीच विधानमंडल के मानसून सत्र की शुरुआत 26 जुलाई से होने जा रही है. मानसून सत्र की शुरुआत से पहले बिहार विधानसभा में गुरूवार को सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें पक्ष और विपक्ष के तमाम नेताओं ने हिस्सा लिया. इस अहम बैठक में मानसून सत्र के दौरान सदन को सुचारू रूप से चलाने को लेकर चर्चा हुई.
सोमवार से बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र की शुरुआत होने जा रही है. बिहार विधानसभा और बिहार विधान परिषद दोनों जगह इसकी तैयारियां भी शुरू हो गई हैं. इसबार मानसून सत्र 30 जुलाई तक चलेगा. पांच दिवसीय इस सत्र के विवादों से भरे होने की पूरी संभावना है. माना जा रहा है कि विधानमंडल का यह सत्र भी काफी हंगामेदार हो सकता है. क्योंकि पिछले सत्र में जो अभूतपूर्व घटना हुई, उसे विपक्ष आज तक नहीं भूला है.
कोरोना की दूसरी लहर के बाद यह बिहार विधानमंडल का पहला सत्र होने जा रहा है. विपक्ष ने नीतीश सरकार को पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम, कोरोना की दूसरी लहर में स्वास्थ्य विभाग की कुव्यवस्था, वैक्सीन की किल्लत, विधानसभा में विधायकों की पिटाई और अन्य मुद्दों को लेकर सरकार को घरेने की तैयारी की है.
गौरतलब हो कि पिछली बार विधानसभा में कई बार अप्रिय माहौल पैदा हुए. यहां तक की विधायकों की पिटाई भी की गई. विधानसभा अध्यक्ष को विपक्ष के साथ ही सत्ता पक्ष के आरोप भी झेलने पड़े. लिहाजा दोनों खेमों में तालमेल बनाकर सदन चलाने में इस बार भी विधानसभा अध्यक्ष को काफी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है.