बिहार में विधायकों और विधान पार्षदों के लिए सरकार ने खजाना खोला: वेतन से लेकर सारे भत्तों और पेंशन में भारी इजाफा

बिहार में विधायकों और विधान पार्षदों के लिए सरकार ने खजाना खोला: वेतन से लेकर सारे भत्तों और पेंशन में भारी इजाफा

PATNA:  बिहार की नीतीश सरकार ने विधायकों, विधान पार्षदों के लिए खजाना खोल दिया है. उनके वेतन के अलावा सारे भत्तों और पेंशन में भारी इजाफा किया गया है. मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में ये फैसला लिया गया. दिलचस्प बात ये है कि विधायकों के लिए खजाना खोलने वाली सरकार ये तो बता रही है कि उनके वेतन-भत्ते बढ़ाये गये हैं. लेकिन कितना इजाफा हुआ है ये छिपा लिया है.


मंगलवार को कैबिनेट की बैठक के बाद प्रधान सचिव एस सिद्धार्थ ने मीडिया को उन फैसलों की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि बिहार के विधायकों औऱ विधान पार्षदों के वेतन, भत्ता और पेंशन को संशोधित कर दिया गया है. उनको मिलने वाली विभिन्न सुविधाओं में वृद्धि की गयी है. कैबिनेट सचिव ने बताया कि विधायकों-विधान पार्षदों के वेतन, क्षेत्रीय भत्ता, यात्रा भत्ता, दैनिक भत्ता, मोटर गाड़ी खरीदने के लिए मिलने वाली राशि, निजी सहायक के लिए भत्ता, स्टेशनरी खरीदने के लिए भत्ता, आवास भत्ता में वृद्धि की गयी है. सभी भत्तों को बढ़ा दिया गया है.


कैबिनेट सचिव ने बताया कि पूर्व विधायकों औऱ विधान पार्षदों को मिलने वाले पेंशन और यात्रा भत्ता को भी बढ़ा दिया गया है. सरकार की ओऱ से कहा गया है कि वेतन-भत्ता वृद्धि से विधायकों औऱ विधान पार्षदों को संसदीय कार्य करने और जन सेवा करने में सहूलियत होगी. 


कितना बढ़ा पैसा ये नहीं बताया

दिलचस्प बात ये रही कि सरकार ये बता नहीं रही है कि विधायकों और विधान पार्षदों के वेतन और भत्तों में कितनी बढ़ोत्तरी की गयी है. कैबिनेट की बैठक के बाद कैबिनेट विभाग के प्रधान सचिव सारे फैसलों की विस्तृत जानकारी देते हैं. आज हुई कैबिनेट की बैठक में बाकी जितने एजेंडे थे उन सबों की जानकारी विस्तार से दी गयी. लेकिन विधायकों और विधान पार्षदों के वेतन-भत्ते के बारे में कैबिनेट विभाग के प्रधान सचिव ने विस्तृत जानकारी देने से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी संबंधित विभाग से मिलेगी. विधायकों का वेतन-भत्ता संसदीय कार्य विभाग के तहत आता है. उस विभाग से कोई जानकारी ही नहीं दी गयी.