PATNA : कोरोना की तीसरी लहर अब खत्म होने के कगार पर है और ऐसे में राज्य सरकार कोरोना टीकाकरण अभियान को और ज्यादा रफ्तार देने के लिए तैयार नजर आ रही है। बिहार में कोरोना टीकाकरण अभियान ने अब तक का रिकॉर्ड बनाया है और अब नए लक्ष्य की तरफ आगे बढ़ते हुए स्वास्थ्य विभाग में ग्रामीण इलाकों में टीकाकरण अभियान को ज्यादा मजबूती देने का फैसला किया है। गांव के लोगों में अभी भी टीकाकरण को लेकर थोड़े भ्रम की स्थिति है। इसे देखते हुए अब ग्राम सभा की बैठक बुलाकर बुजुर्गों और किशोरों को टीका देने का फैसला किया गया है। अगर यह अभियान सफल रहा तो राज्य के अंदर शत-प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य हासिल किया जा सकेगा।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कोरोना की तीसरी लहर के दौरान किशोरों को कोरोना टीका की पहली खुराक और 60 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों को, जो पहले ही कोरोना टीका की पहली और दूसरी खुराक ले चुके हैं, उन्हें बूस्टर डोज या टीके की तीसरी खुराक दी जानी है। इसके लिए प्रत्येक पंचायत में ग्राम सभा का आयोजन कर टीका नहीं लेने वाले किशोरों और बुजुर्गों की पहचान कर उन्हें टीका दिया जाएगा।
कोरोना टीकाकरण को सफल बनाने के लिए हर दो पंचायत पर एक कोरोना टीकाकरण टीम तैनात की जाएगी। जिसमें एक एएनएम और दो स्वास्थ्यकर्मी शामिल होंगे। इनका काम ग्राम सभा के आयोजित होने वाले दिन सभी किशोरों और बुजुर्गों को टीके की खुराक देनी होगी। यह टीम पूरे पंचायत में घूम कर वैसे लोगों को टीका देगी जिन्होंने वैक्सीन नहीं ली है। आपको बता दें कि राज्य में 8078 ग्राम पंचायतें हैं और ये अभियान ग्रामीण स्तर पर सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान होगा।