शिक्षक बहाली के लिए अब सिर मुड़ाएंगे दो लाख से ज्यादा बेरोजगार, सरकारी टालमटोल से दम तोड़ गयी हैं उम्मीदें

शिक्षक बहाली के लिए अब सिर मुड़ाएंगे दो लाख से ज्यादा बेरोजगार, सरकारी टालमटोल से दम तोड़ गयी हैं उम्मीदें

PATNA : बिहार में शिक्षक बहाली की प्रक्रिया पूरी कराने के लिए दो लाख से ज्यादा उम्मीदवार अब अपना सिर मुडायेंगे. शायद उसके बाद सरकार को ये अहसास हो जाये कि दो सालों से शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया टाली जा रही है. बेरोजगार शिक्षक अभ्यर्थी सरकार के पास गुहार लगाते-लगाते परेशान हो चुके हैं. लेकिन सरकारी रवैये को देखते हुए बहाली में अभी और काफी वक्त लगने की आशंका बढ़ती जा रही है.


शिक्षक बहाली में सरकार सुस्त
बिहार के दो लाख से ज्यादा शिक्षक अभ्यर्थी पिछले दो सालों से बहाली के लिए परेशान हैं. लेकिन नियुक्ति के लिए सरकार की प्रक्रिया और सुस्त होती जा रही है. ये मामला कई दफे हाईकोर्ट में गया. हाईकोर्ट ने सारे मामलों में बाधायें दूर कर दी हैं. लेकिन फिर सरकार ने बहाली प्रक्रिया शुरू नहीं की है. अब तक काउंसिलिंग का डेट तय नहीं किया गया है. शिक्षक अभ्यर्थी बिहार के शिक्षा विभाग के मंत्री से लेकर  प्रधान सचिव तक गुहार लगा कर थक चुके हैं. लेकिन नहीं फरियाद नहीं सुनी जा रही है.


सिर मुडायेंगे शिक्षक अभ्यर्थी
बहाली में सरकारी टालमटोल से नाराज नियोजित शिक्षक अभ्यर्थी संगठन और बिहार TET-CTET उत्तीर्ण अभ्यर्थी संघ ने महाआंदोलन करने का एलान कर दिया है. संगठन के अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने बताया कि 18 जनवरी से चार दिनों का महाआंदोलन शुरू होगा. 18 जनवरी की शाम को गर्दनीबाद से कैंडिल मार्च निकाला जाएगा. उसके बाद शिक्षक अभ्यर्थी 19 जनवरी को भिक्षाटन करेंगे और फिर  20 जनवरी को सारे शिक्षक अभ्यर्थी अपने सिर का मुंडन कराएंगे. सिर मुंडवाने के बाद सारे बेरोजगार 21 जनवरी को जुलूस निकालेंगे.


शिक्षक अभ्यर्थियों ने बताया कि उन्होंने अपने आंदोलन की सूचना प्रशासन को दे दी है. शिक्षा मंत्री से भी मिलकर बात कही थी कि लेकिन मंत्री कह रहे हैं कि फिर से आवेदन लिया जायेगा. प्रधान सचिव कुछ और बात कह रहे हैं. जबकि 90 प्रतिशत मेधा सूची जारी हो चुकी है और सरकार को सिर्फ काउंसिलिंग की प्रक्रिया शुरू करनी थी. लेकिन सरकार टालमटोल कर रही है. अभ्यर्थियों ने सरकार को 12 जनवरी तक का अल्टीमेटम देकर काउंसिलिंग शुरू करने को कहा था. लेकिन सरकार ने कुछ नहीं किया.


आंदोलन करने जा रहे शिक्षक अभ्यर्थी मांग कर रहे हैं कि जिला स्तर पर ओपेन कैंप के जरे काउंसिलिंग करके नियुक्ति पत्र का वितरण किया जाये. नियुक्ति के बाद प्रमाण पत्र की जांच करायी जाये और उसके बाद ही स्कूल में योगदान करा कर वेतन भुगतान की प्रक्रिया शुरू की जाये.