PATNA : बिहार में सरकारी डॉक्टरों की लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है। राज्य सरकार की तरफ से लगातार कोरोना का कारण को लेकर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। सोमवार को भी बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने राज्य भर में टीकाकरण के लिए विशेष अभियान चलाया। इस दौरान अलग-अलग केंद्रों पर डॉक्टरों को तैनात किया गया था। सभी 38 जिलों में विशेष टीकाकरण अभियान चलाया गया लेकिन इस दौरान अलग-अलग अस्पतालों में तैनात किए गए 82 डॉक्टर अपनी ड्यूटी से गायब पाए गए।
ड्यूटी से गायब रहने वाले डॉक्टरों में नवादा के सिविल सर्जन भी शामिल है। स्वास्थ्य विभाग के निर्देश के मुताबिक अस्पताल से टीकाकरण केंद्र के लिए कोरोना की का लेकर निकलने के दौरान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी यानी एमओआईसी की मौजूदगी जरूरी है ताकि टीका लेकर जाने के दौरान सभी टीमों की तरफ से किए गए टीके की मात्रा की मॉनिटरिंग की जा सके। विभाग ने सोमवार को सभी डॉक्टरों की अस्पतालों में मौजूदगी की जांच कराई तो 82 डॉक्टर अपनी ड्यूटी पर मौजूद नहीं थे।
स्वास्थ विभाग के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक के नवादा के सिविल सर्जन भी अपनी ड्यूटी पर नहीं थे। उनके साथ-साथ सभी 82 डॉक्टरों के ड्यूटी से नदारद रहने के मामले में विभाग में अब शो कॉज किया है। 7 दिनों के अंदर ड्यूटी से गायब रहने वाले डॉक्टरों को जवाब देना होगा। अगर डॉक्टरों की तरफ से जवाब नहीं आया तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की जाएगी।