बिहार में प्रखंड कार्यालय का चौखट-किवाड़ तक उखाड़ ले गये चोर, बगल में है थाना और DSP कार्यालय लेकिन भनक तक नहीं लगी

बिहार में प्रखंड कार्यालय का चौखट-किवाड़ तक उखाड़ ले गये चोर, बगल में है थाना और DSP कार्यालय लेकिन भनक तक नहीं लगी

PATNA: शराब पकड़ने में लगी बिहार पुलिस क्या वाकई दूसरे तमाम अपराध से आंखें मूंद चुकी है. बिहार के दरभंगा में हुए एक वाकये से तो ऐसा ही लग रहा है. दरभंगा जिले के एक प्रखंड कार्यालय के भवन से खिड़की, किवाड़, चौकठ के साथ साथ मुख्य द्वार पर लगाने के लिए लाया कई क्विंटल का ग्रिल भी चोर उठा कर ले गये. खबर इसलिए भी ज्यादा गंभीर है क्योंकि प्रखंड कार्यालय के भवन से ठीक सटे उसी कैंपस में थाना है, एसडीपीओ का दफ्तर औऱ एसडीओ का आवास है. पुलिस औऱ अधिकारियों की नाक के नीचे से प्रखंड कार्यालय का सारा सामान चोरी हो गया औऱ पूरा सिस्टम मुंह देखते रह गया. 


कैसी लापरवाह है सुशासन की पुलिस

ये मामला दरभंगा के बिरौल का है. स्थानीय निवासी और वकील श्रवण कुमार चौधरी ने एक न्यूज चैनल को बताया कि बिरौल में एक ही परिसर में अनुमंडल कार्यालय, एसडीएम और एसडीपीओ का ऑफिस, उन दोनों पदाधिकारियों के आवास के साथ साथ प्रखंड औऱ अंचल का पुराना कार्यालय है. जहां एसडीएम और एसडीएम के हाउस गार्ड, बॉडीगार्ड सहित तमाम पुलिसकर्मी मौजूद रहते हों वहां एसडीपीओ कार्यालय के पांच गज पर अवस्थित प्रखंड सह अंचल के पुराने कार्यालय से उपस्कर ही नहीं बल्कि भवन तोड़कर गेट, चौखट और ग्रिल तक की चोरी हो गई. पुलिस औऱ प्रशासन का पूरा अमला सोया रहा. उनके सामने से चोरी हो गयी यानि अब अनुमंडल पुलिस कार्यालय भी सुरक्षित नहीं है. जब सरकारी संपत्ति का ये हाल है तो आम लोगों के साथ क्या होगा इसे समझा जा सकता है. 


अब पुलिस जांच करने में लगी

इस मामले में स्थानीय अधिवक्ता और न्याय मित्र कुमार गौरव ने थाने में आवेदन दिया है, जिसके बाद बिरौल थाना पुलिस ने मामला दर्ज किया है. बिरौल थाने में केस संख्या 38/22 दर्ज किया गया है.  पुलिस कह रही है कि सरकारी सम्पति की चोरी  करने वालों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है. वहीं, इस पूरे मामले में पदाधिकारियों ने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया है.