PATNA: मार्च के आधे महीने बीत चुके हैं. शुरुआत में ही लोगों को गर्मी का एहसास होने लगा था लेकिन इन दिनों मौसम के करवट से राहत मिली है. बिहार के कई जिलों में आंधी पानी के साथ ओले भी गिरे है जिससे एक तरफ गर्मी से राहत मिली है तो दूसरी तरफ ओले गिरने से किसनों के फसलों को नुकसान भी पहुंचा है.
बता दें एक तरफ जहां कल एक ओर मौसम सुहाना रहा वहीं दूसरी तरफ किसानों की परेशानी बढ़ गई. बीते दिन शुक्रवार की सुबह तेज हवा, बारिश और ओला गिरने से किसानों की आम, मक्का, दलहन, तिलहन, केले, लीची, गेहूं और रबी की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है. मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण और शिवहर के कई इलाकों में बर्फ की चादर लिपट गई.
वही मुजफ्फरपुर जिले के औराई प्रखंड में तेज आंधी पानी के साथ जमकर गिरे ओले.आज सुबह मुजफ्फरपुर जिले के हर प्रखंड में आंधी पानी हुआ पर सबसे ज्यादा जिले का औराई प्रखंड का उत्तरी पूर्वी इलाका तेज आंधी पानी और ओलावृष्टि से प्रभावित हुआ है. आंधी पानी व जमकर आसमान से बरसे ओला से फसलों को भारी नुकसान हुआ है. गेंहू , मंसूर,सरसों,तोड़ी की फसल तो पूरी तरह बर्बाद हुआ ही आम व लीची के मंजरों की भी क्षति हुई है.
ओला इस कदर गिरा की बर्फ की चादर की तरह खेत खलिहान नजर आ रहा है. खेत व फसल पर ओला गिरने से हुए हालत देख किसानों का दिल दहल उठा है जिससे किसानों के दिलों पर मानों पत्थर गिरे हों।वहीं कई घरों के छतों पर से एलवेस्टस की चादर उड़ गये। वहीं फूंस की घर तेज आंधी में उजड़ गये.एक घंटा चली तबाही की मंजर में मानो फसलों की लील बर्फ की चादर बीछ गयी.
मुख्यमंत्री ने दिया निर्देश
CM नीतीश ने शुक्रवार को राज्य के विभिन्न जिलों में ओला गिरने से हुई फसल बर्बाद और घर की हुई क्षति का आकलन कर लोगों को जल्द ही राहत पहुंचाने के आपदा प्रबंधन विभाग और डीएम को निर्देश दिए है. वही CM के निर्देश पर प्रभावित जिलों का सर्वेक्षण शुरू हो गया है. सभी प्रभावित पीड़ितों को राहत दी जाएगी.