PATNA: बिहार में पुलों के गिरने का सिलसिला आखिर कब तक चलता रहेगा, यह बताना मुश्किल है। पुलों के धड़ाधड़ गिरने को लेकर हो रही सियासत के बीच सरकार अबतक 17 इंजीनियरों को सस्पेंड कर चुकी है लेकिन इसका कोई खास असर होता नहीं दिख रहा है। पुलों पर जारी सियासी घमासान के बीच पटना के मसौढ़ी में शुक्रवार को एक और पुलिया धंस गई।
जानकारी के मुताबिक, मसौढ़ी के शाहाबाद पंचायत स्थित जोरीपर और गोविंदचक गांव को जोड़ने वाली पुलिया बारिश के कारण ध्वस्त हो गई है। इस दौरान सड़क का एक हिस्सा भी धंस गया है, जिसके कारण इस मार्ग पर गाड़ियों का आवागमन बाधित हो गया है और लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों के मुताबिक, करीब 20 साल पहले पुलिया का निर्माण कराया गया था।
मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ योजना के तहत बने सड़क और पुलिया के टूटने से इस मार्ग पर आवागमन बंद हो गया है सिर्फ पैदल ही इसे पार किया जा सकता है, जिससे इलाके के रहने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गई है। ग्रामीणों द्वारा जानकारी दिए जाने के बाद मौके पर ग्रामीण कार्य विभाग के अधिकारी पहुंचे और सड़क की मरम्मति का काम शुरू कराया गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क निर्माण के दौरान पुराने पुलिया की जगह नई पुलिया का निर्माण कराया गया होता तो आज यह परेशानी नहीं हुई होती। विभाग के सहायक अभियंता ने बताया कि ठेकेदार को गड़बड़ी ठीक करने का आदेश दिया गया है। मरम्मति का काम शुरू कर दिया गया है। बता दें कि बिहार में पुलों के ध्वस्त होने का जैसे सिलसिला ही शुरू हो गया है। हर दिन पुलों के टूटने की खबरें आ रही हैं। सरकार ने एक्शन लेते हुए अबतक 17 इंजीनियर को सस्पेंड किया है।