बिहार में नाबालिग के साथ पड़ोसी ने की हैवानियत: प्रेग्नेंट हुई तो पंचायत ने लगाई आबरू की कीमत, कहा- 7 लाख लो और बच्चा गिरा दो

बिहार में नाबालिग के साथ पड़ोसी ने की हैवानियत: प्रेग्नेंट हुई तो पंचायत ने लगाई आबरू की कीमत, कहा- 7 लाख लो और बच्चा गिरा दो

MUZAFFARPUR: इंसानियत को तार तार करने वाली घटना मुजफ्फरपुर से सामने आई है, जहां भरी पंचायत में एक दुष्कर्म पीड़िता के अस्मत की बोली लगी। पंचायत ने 15 साल की नाबालिग प्रेग्नेंट लड़की की इज्जत की कीमत सात लाख रुपए लगाई और गर्भ गिराने का तालिबानी फरमान जारी कर दिया। हैरान करने वाली यह घटना देवरिया थाना क्षेत्र के एक गांव की है। 


दरअसल, देवरिया थाना क्षेत्र की रहने वाली लड़की एक दिन अपने घर में नहा रही थी। उस वक्त घर में कोई सदस्य नहीं था। जिसका फायदा उठाकर पड़ोस का रहने वाला आरोपी लड़की के घर में घुस गया और मोबाइल फोन से लड़की का नहाते हुए अश्लील वीडियो बना लिया। बाद में मौका पाकर आरोपी ने लड़की को उसका अश्लील वीडियो दिखाया और उसे ब्लैकमेल करने लगा। वीडियो वायरल करने और पूरे परिवार की हत्या की धमकी देकर आरोपी ने नाबालिग लड़की को अपनी हवस का शिकार बनाया। 


इसके बाद जब भी मौका मिलता आरोपी लड़की के साथ रेप करता था। करीब तीन महीने तक आरोपी नाबालिग लड़की को ब्लैकमेल करता रहा और उसे अपनी हवस का शिकार बनाता रहा। परिजनों को इस बात की जानकारी तब मिली जब नाबालिग लड़की गर्भवती हो गई। नाबालिग लड़की के प्रेग्नेंट होने की खबर सुनकर परिवार के पैरों तले से जमीन खीसक गई। लड़की के परिजन आरोपी लड़के के घर पहुंचे और उसके इसके बारे में पूछताछ की। देखते ही देखते बात पूरे गांव में फैल गई। लोकलाज का हवाला देकर गांव के लोगों ने पंचायत बुलाने को कहा और पंचायत में ही मामले को रफादफा करने की कोशिश होने लगी।


मामला सामने आने के चार दिन बाद गांव में पंचायती हुई। दोनों पक्ष के लोग पंचायत के सामने उपस्थित हुए और नाबालिग की आबरू की बोली लगने लगी। पंचायत ने लड़की की इज्जत की कीमत 7 लाख रुपए लगाई और बच्चा गिराने का तालिबानी आदेश जारी कर दिया। पंचायत के फैसले के मुताबिक आरोपी पक्ष पीड़िता की शादी के खर्च के तौर पर उसे सात लाख देगी। इसके साथ ही लड़की के पेट में पल रहे तीन महीने के गर्भ को गिराने में आने वाला खर्च भी लड़के को उठाना होगा।


इसके साथ ही पंचायत ने यह भी आदेश दिया है कि पीड़ित पर इसके बदले थाने में केस दर्ज नहीं कराने का आवेदन देगा। इतनी बड़ी घटना हो गई और पुलिस को कानोकान इसकी भनक तक नहीं लगी। पूरे मामले पर देवरिया थानेदार सरोज कुमार ने बताया कि पीड़ित पक्ष की तरफ से थाने में अब तक किसी तरह का आवेदन नहीं दिया गया है। महिला थानेदार ने भी कहा कि दुष्कर्म पीड़िता की ओर से थाने में कोई जानकारी नही दी गई है।