PATNA : बिहार में महिला पुलिस कर्मियों की बढ़ती हुई संख्या को ध्यान में रखते हुए उनकी सुविधा के लिए सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है। अब महिला पुलिस की सुविधा के लिए सरकार ढाई सौ करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च की जाएगी। गृह विभाग की ओर से इसके लिए मंजूरी भी मिल गई है। महिला सिपाहियों के लिए इस योजना से थानों और ओपी में बैरक बनाए जाएंगे।
दरअसल, राज्य के 545 थाना व ओपी में महिला बैरक का निर्माण किया जाएगा। इस योजना पर करीब 256 करोड़ 30 लाख की राशि खर्च होगी। गृह विभाग ने योजना की प्रशासनिक स्वीकृति दे दी है। महिला सिपाहियों के लिए तीन माडल के बैरक बनाए जाएंगे। राज्य के 277 बड़े थानों में 20 महिला सिपाहियों की क्षमता वाले बैरक का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए जी प्लस वन संरचना का भवन निर्माण किया जाएगा।
वहीं, इस योजना पर 163 करोड़ 65 लाख की राशि खर्च की जाएगी। वहीं 246 थानों में 10 महिला सिपाहियों की क्षमता वाले भवन का निर्माण होगा। इस योजना पर 87.14 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसके अलावा 22 छोटे थानों व ओपी में पांच महिला सिपाहियों की क्षमता वाले बैरक का निर्माण किया जाएगा। इस योजना पर 5.51 करोड़ की लागत राशि आएगी। भवनों का निर्माण कार्य बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम, पटना के द्वारा पूरा किया जाएगा।
मालूम हो कि, बिहार पुलिस में महिलाओं की संख्या 18 सालों में 27 गुना तक बढ़ गई है। राज्य सरकार द्वारा पुलिस बल में महिलाओं के लिए एक तिहाई आरक्षण का प्रविधान है। इसका नतीजा है कि वर्ष 2005 में जहां महिला पुलिसकर्मियों व पदाधिकारियों की संख्या महज 893 थी वह 2023 में बढ़कर 24 हजार से अधिक हो गई है। आगे होने वाली पुलिस बहाली में करीब 7903 महिला सिपाही और 455 महिला दारोगा की बहाली होनी है।
आपको बताते चलें कि, मोतिहारी जिले में सबसे अधिक 30 थानों में महिला बैरक का निर्माण किया जाएगा। इनमें 19 बैरक 20 महिलाओं की क्षमता वाले जबकि 11 बैरक दस महिलाओं की क्षमता वाले बनेंगे। गया व रोहतास के 28-28 थाने, भागलपुर व भोजपुर के 24-24 थाने, पटना व मधुबनी के 23-23 थाने, औरंगाबाद के 21 थाने, वैशाली के 17 थाने और बक्सर, भभुआ व बेतिया के 16-16 थानों में महिला बैरक का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा सारण के 13 और मुजफ्फरपुर के 11 थानों में महिला बैरक बनाया जाएगा।