बड़ी खबर : बिहार में लक्षण से पहले पकड़े जा रहे कोरोना मरीज, चीफ सेक्रेटरी बोले- पूरे इंडिया में ऐसा कहीं नहीं हो रहा

बड़ी खबर : बिहार में लक्षण से पहले पकड़े जा रहे कोरोना मरीज, चीफ सेक्रेटरी बोले- पूरे इंडिया में ऐसा कहीं नहीं हो रहा

PATNA : विश्व भर में कोरोना ने आतंक मचा रखा है. कोरोना के कहर से अब तक दुनिया भर में साढ़े 8 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं. वर्ल्ड में अब तक 40 हजार से अधिक लोगों ने दम तोड़ दिया है. भारत में भी इसका आंकड़ा पिछले 24 से 48 घंटे में तेजी से बढ़ा है. बिहार सरकार कोरोना से लगातार फाइट कर रही है. पूरे इंडिया में बिहार ही एक ऐसा राज्य है. जहां कोरोना के लक्षण से पहले ही कोरोना के मरीज पकड़े जा रहे हैं.


बिहार सरकार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बताया कि भारत के अन्य किसी राज्य में ऐसा नहीं हो रहा है. बिहार के अंदर एक्टिव स्क्रीनिंग के कारण ही कोरोना से पीड़ित मरीजों को पकड़ा गया है. चीफ सेक्रेटरी ने कहा कि बिहार में मंगलवार को 6 पॉजिटिव के स सामने आये हैं. ये सभी केस एक्टिव स्क्रीनिंग से आये हैं. यह किसी भी राज्य में नहीं हो रहा है. बिहार पहला राज्य है जहां एक्टिव स्क्रीनिंग हो रही है.


उन्होंने आगे बताया की जितने सारे इंटरनेशनल ट्रैवेलर्स हैं. उनकी भी आस्तिक स्क्रीनिंग की जा रही है. बिहार में 23 मार्च तक लास्ट बिहार में इंटरनेशनल ट्रेवलर्स आये हैं. 22 मार्च को भी कुछ लोग विदेश से आये हैं. सभी की स्क्रीनिंग की जा रही है. बिहार में तकरीबन 4 हजार लोग 15 मार्च से 23 मार्च तक आये हैं. सबकी जांच की जा रही है. सबकी हालत के बारे में जानकारी ली जा रही है.




इसके साथ ही बिहार सरकार के लिए कोरोना आपदा में एक नई चुनौती खड़ी हो गई है. कोरोना वायरस के केंद्र बने मरकज तब्लीगी जमात के 162 लोगों की पूरी लिस्ट बिहार सरकार को सौंपी गई है. जसिमें 57 विदेशी भी शामिल हैं. बिहार के चीफ सेक्रेटरी दीपक कुमार ने बताया कि सभी तब्लीगियों की तलाश जारी है. सबको ट्रेस किया जा रहा है. ATS और बिहार पुलिस सभी की तलाश में जुटी हुई है.


चीफ सेक्रेटरी दीपक कुमार ने एक बड़ी जानकारी देते हुए बताया कि कई लोगों को ट्रेस किया जा चुका है. आतंकवाद निरिओध दस्ते को भी इस कार्य में लगाया गया है. उन्होंने बताया कि बहुत ऐसे लोग हैं, जिनको चिन्हित किया जा चुका है. लिस्ट में कई ऐसे लोग भी हैं, जिनको फिलहाल दिल्ली में क्वारंटाइन किया गया है. कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो बिहार आकर वापस कहीं चले भी गए हैं.


दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात के मरकज को 24 घंटे बाद खाली करा लिया गया है. खाली कराने के बाद जगह को सील कर दिया गया है. कल देर रात तक ऑपरेशन चलता रहा. अब यहां सुरक्षा बढ़ा दी गई है और बैरिकेडिंग भी कर दी गई है. इसके साथ ही मरकज मामले में मौलाना साद और तब्लीगी जमात के दूसरे लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. महामारी अधिनियम 1897 और आईपीसी की दूसरी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.


मुख्यमंत्री के साथ चल रही अहम बैठक को लेकर मुख्य सचिव ने जानकारी दी कि सभी पंचायत और नगर अध्यक्षों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की जाएगी. जिसके माध्यम से बाहरी लोगों को क्वारंटाइन करने का निर्देश दिया जायेगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लॉक डाउन को सख्ती के साथ लागू किया गया है. बिहार सरकार कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए लगातार काम कर रही है.