PATNA : कोरोना के भीषण कहर के बीच बिहार में वैक्सीनेशन का काम जारी है. सूबे में भारत में उत्पादित कोवीशील्ड औऱ कोवैक्सीन से लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है. लेकिन लोग ये पूछ रहे हैं कि आखिरकार रूसी वैक्सीन स्पूतनिक बिहार में कब आय़ेगा. इस वैक्सीन को भारत में उपयोग में लाने की मंजूरी मिल गयी है. क्या ये बिहार में भी आयेगा.
टीकाकरण को लेकर सरकार ने दी जानकारी
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने आज बिहार में टीकाकरण को लेकर पूरी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस महीने यानि मई में बिहार में 45 साल से ज्यादा उम्र वालों और 18 से 44 के लोगों के लिए करीब 16 लाख डोज वैक्सीन मिलेगा. प्रत्यय अमृत ने बताया कि केंद्र सरकार 45 साल से ज्याद उम्र वालों के लिए वैक्सीनदे रही है. एक जून तक केंद्र सरकार बिहार को 10 लाख 45 हजार डोज देगी, जिसमें 45 से ज्यादा उम्र वालों का टीकाकरण किया जायेगा. उसमें कोविशील्ड औऱ कोवैक्सीन दोनों शामिल है. बिहार सरकार ने कहा कि 45 साल से ज्यादा उम्र वालों के वैक्सीनेशन के लिए गांवों पर ध्यान दिया जा रहा है. लिहाजा 72 प्रतिशत वैक्सीनेशन केंद्र ग्रामीण इलाकों में खोला गया है.
18 से 44 वालों के लिए सिर्फ 6 लाख 89 हजार डोज
बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक मई महीने में 18 से 44 उम्र वालों के लिए 6 लाख 89 हजार 250 डोज मिलेंगे गौरतलब है कि बिहार में इस आय़ु वर्ग के लोगों की तादाद लगभग साढ़े पांच करोड है. इस रफ्तार से काम चलता रहा तो कब वैक्सीनेशन पूरा होगा इसका पता ही नहीं. स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने कहा कि बिहार को जितना वैक्सीन मिल रहा है उसका उपयोग किया जा रहा है.
बिहार को स्पूतनिक का आवंटन अब तक नहीं
वैसे आम बिहारियों के मन में ये सवाल उठ रहा है कि बिहार में रूसी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक कब आयेगा. रूस के स्पूतनिक वी ने आज यानि मंगलवार को CoWIN पोर्टल पर एंट्री मार ली है. यानि देश के लोग कोविशील्ड औऱ कोवैक्सीन के अलावा स्पूतनिक के लिए भी रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. स्पूतनिक वी से टीकाकरण का काम हैदराबाद में सोमवार से ही शुरू हो चुका है. कई देशों में टीकाकरण के बाद के रिसर्च में ये बात सामने आयी है कि स्पूतनिक वी कोरोना वायरस के खिलाफ सबसे सुरक्षित और सबसे प्रभावी वैक्सीन है.
बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि राज्य सरकार को स्पूतनिक का कोई आवंटन नहीं प्राप्त हुआ है. बिहार को केंद्र सरकार जब भी स्पूतनिक का आवंटन देगी, उस वैक्सीन से भी टीकाकरण शुरू किया जायेगा. हालांकि बिहार में स्पूतनिक वैक्सीन का इस्तेमाल मुश्किल होगा. इसे काफी कम तापमान पर ही रखा जा सकता है. इसे रखने के लिए माइनस 18 से माइनस 20 डिग्री सेल्सियस तापमान की ज़रूरत होती है. फिलहाल बिहार में जो दो वैक्सीन कोविशील्ड औऱ कोवैक्सीन दी जा रही है उसे 2 से 8 डिग्री तापमान पर रखने की ही जरूरत है. माइनस 18 से 20 डिग्री तापमान पर वैक्सीन रखने के लिए बिहार में फिलहाल कोई व्यवस्था नहीं है.