बिहार में इस दिन से होगी नए बहाल शिक्षकों की पोस्टिंग, जानिए कैसे होगा स्कूलों का आवंटन

बिहार में इस दिन से होगी नए बहाल शिक्षकों की पोस्टिंग, जानिए कैसे होगा स्कूलों का आवंटन

PATNA : बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा दूसरे चरण में नियुक्त विद्यालय अध्यापकों को 13 जनवरी को पटना के गांधी मैदान सहित विभिन्न जिलों में नियुक्ति पत्र दिया जायेगा। इसके बाद सभी नए अध्यापकों को 15 जनवरी से स्कूलों में पोस्टिंग देने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी। इन नए टीचरों को स्कूल आवंटन रैंडम तरीके से सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया जा रहा है। ऐसे में विद्यालय में योगदान के बाद नये शिक्षक जनवरी के अंतिम सप्ताह में कक्षा लेना शुरू करेंगे। 


दरअसल,दूसरे चरण में शिक्षकों की पोस्टिंग छठवीं से आठवीं, नौवीं-10वीं और 11वीं-12वीं के रिक्त पदों के अनुसार की जाएगी। यह पोस्टिंग दूसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा और पहले चरण के पूरक के परिणाम के आधार पर अनुशंसित शिक्षकों की होगी। सॉफ्टवेयर के माध्यम से यह प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसको लेकर जिस दिन शिक्षक योगदान करेंगे, उसी दिन से उनका वेतन बनना भी शुरू हो जायेगा। नये शिक्षक स्कूलों में जनवरी के अंतिम सप्ताह से अध्यापन कार्य शुरू करेंगे। 


वहीं, विभागीय शेड्यूल के अनुसार शिक्षकों की पोस्टिंग 15 जनवरी से शुरू होगी। 15 जनवरी को भोजपुर, नालंदा, शिवहर, शेखपुरा, लखीसराय एवं अरवल जिले के लिए विद्यालय अध्यापकों को स्कूल आवंटित किए जाएंगे। 16 जनवरी को जहानाबाद, बक्सर, मुंगेर, खगड़िया, जमुई एवं सहरसा तथा 17 जनवरी को बांका, अररिया, औरंगाबाद, गोपालगंज, सीतामढ़ी, सुपौल एवं सिवान जिले के अभ्यर्थियों के लिए स्कूल आवंटित किए जायेंगे। 


18 जनवरी को बेगूसराय, भागलपुर, गया, मधेपुरा, नवादा, रोहतास एवं पूर्णिया तथा 19 जनवरी को पटना, मुजफ्फरपुर, वैशाली, दरभंगा, समस्तीपुर एवं पश्चिमी चंपारण के विद्यालय अध्यापकों को स्कूल आवंटन होगा। अंतिम दिन 20 जनवरी को पूर्वी चंपारण, किशनगंज, कैमूर, कटिहार, मधुबनी एवं सारण जिले के अभ्यर्थियों के लिए विद्यालय का आवंटन होगा। 


इधर, पटना के गांधी मैदान में 13 जनवरी को नव नियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरण देने की तैयारी चल रही है। गांधी मैदान में 13 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा नव नियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र मिलना है। इसके लिए गांधी मैदान में बने स्थायी मंच के पास पंडाल का निर्माण तेजी से हो रहा है। इसके साथ ही शिक्षकों के बैठने के लिए अलग-अलग पंडाल तैयार हो रहे हैं।