बिहार में एक बार फिर सरकारी स्कूल बन गया रणक्षेत्र: महिला शिक्षिका और प्रभारी हेडमास्टर के बीच जमकर मारपीट, वीडियो वायरल

बिहार में एक बार फिर सरकारी स्कूल बन गया रणक्षेत्र: महिला शिक्षिका और प्रभारी हेडमास्टर के बीच जमकर मारपीट, वीडियो वायरल

GOPALGANJ: बिहार के सरकारी स्कूलों की हालत सुधारने के लिए केके पाठक हर रोज सरकार का डंडा चला रहे हैं इसके बावजूद कई ऐसे कारनामे सामने आ रहे हैं, जिससे बिहार के शिक्षा विभाग की जमकर फजीहत हो रही है. कटिहार के बाद अब गोपालगंज का एक और वीडियो वायरल हो रहा है। विजयीपुर प्रखंड के अहियापुर मिडिल स्कूल का एक वीडियो सामने आया है। जो शिक्षकों के मारपीट का वीडियो है जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो में मिडिल स्कूल की शिक्षिका और प्रभारी प्राचार्या के बीच जमकर मारपीट हुई। इस दौरान चप्पल और लात घुसे भी चले। 


बताया जाता है कि विजयीपुर प्रखंड के मिडिल स्कूल अहियापुर में दो नियोजित शिक्षकों के बीच में प्रभार लेने को लेकर पूर्व से विवाद चला आ रहा था। इसी विवाद के दौरान जब महिला शिक्षिका स्कूल के बरामदे में कुर्सी पर बैठकर बच्चों को पढ़ा रही थी। इसी दौरान स्कूल के दूसरे शिक्षक जो प्रिंसिपल के प्रभार में हैं। उनसे बात-बात में बहस होने लगी। बहस के दौरान ही महिला शिक्षिका ने दूसरे प्रभारी प्राचार्य की चप्पल से पिटाई कर दी। 


चप्पल से पिटाई के बाद प्रभारी प्राचार्य ने भी महिला शिक्षिका को लात और घुसों से पिटाई कर दी। करीब 2 मिनट के मारपीट का यह वीडियो सोशल मीडिया पर अब वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो के बारे में जब विजयीपुर के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ओम प्रकाश यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें भी इस वीडियो की जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि यह वीडियो 4 से 5 दिन पुराना है। वीडियो वायरल होने के बाद उन्होंने स्कूल में जाकर इस मामले की जांच की थी। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि महिला शिक्षिका का नाम रीना बैठा है और शिक्षक का नाम अमरेश तिवारी है। 


बीईओ ने कहा कि महिला शिक्षिका रीना बैठा के द्वारा बच्चों को पढ़ाया जा रहा था। तभी एक शिक्षक के द्वारा उसका वीडियो बनाया जा रहा था। इसी वीडियो बनाने को लेकर विवाद हुआ। जिसके बाद दोनों में मारपीट होने लगी। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि जांच में यही बात सामने आया है। बीईओ ने कहा कि उनके द्वारा दोनों शिक्षकों को नोटिस दी गई है। नोटिस का जवाब मिलने पर उनके द्वारा दोनों नियोजित शिक्षकों के ऊपर करवाई को लेकर नियोजन इकाई को पत्र लिखा जाएगा।