बिहार में 24 DSP और 1600 दारोगा को दी जा रही ट्रेनिंग, हाई लेवल मीटिंग में CM नीतीश ने दिया बड़ा निर्देश

बिहार में 24 DSP और 1600 दारोगा को दी जा रही ट्रेनिंग, हाई लेवल मीटिंग में CM नीतीश ने दिया बड़ा निर्देश

PATNA :  बिहार में इन दिनों तेजी से बढ़ती आपराधिक घटनाओं के कारण राज्य में लॉ एंड आर्डर की स्थिति चरमरा गई है. बुधवार को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधि-व्यवस्था को लेकर हाई लेवल मीटिंग की. इस बैठक में लॉ एंड आर्डर को कंट्रोल करने के लिए सीएम ने उच्चाधिकारियों को कई बड़े निर्देश दिए.


सरदार पटेल भवन स्थित पुलिस मुख्यालय एवं आपदा प्रबंधन कार्यालय भवन का निरीक्षण करने के बाद कहा कि राजगीर में बने बिहार पुलिस अकादमी में अस्पताल में चिकित्सकों की संख्या बढ़ाएं. प्रशिक्षण की सारी व्यवस्था अकादमी के अंदर ही उपलब्ध हो. अकादमी परिसर में उपलब्ध प्राकृतिक जल संरचनाओं को अच्छी तरह से विकसित करें. अकादमी को गंगा नदी का पानी भी उपलब्ध कराया जाएगा.


बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस के सभी प्रकार के विशिष्ट प्रशिक्षण की व्यवस्था राज्य में ही करने का निर्देश देते हुए कहा कि इसके लिए सरकार सभी संसाधन उपलब्ध कराएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां बनाए जा रहे विधि-विज्ञान प्रयोगशाला को जल्द ही चालू करें. प्रयोगशाला में प्रशिक्षण के साथ पुलिस अनुसंधान के लिये जांच की भी व्यवस्था हो. उन्होंने कहा कि बिहार में ही पुलिस के सभी प्रकार के विशिष्ट प्रशिक्षण दिए जाने की व्यवस्था करें. विशिष्ट प्रशिक्षण के लिए स्थानों को चिन्हित करें, राज्य सरकार सभी प्रकार के संसाधन उपलब्ध कराएगी.


सीएम ने पुलिस आधुनिकीकरण के संबंध में निर्देश दिया कि पुलिस आधुनिकीकरण के लिये विस्तृत योजना बनाये.  केंद्र सरकार से इस मद में प्राप्त होने वाली राशि के अलावा राज्य सरकार भी अपने मद से अतिरिक्त राशि उपलब्ध करायेगी. उन्होंने कहा कि सभी संवेदनशील स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे जल्द से जल्द अधिस्थापित किये जायें ताकि विधि व्यवस्था के संधारण में सहूलियत हो.


इस बैठक में एडीजी भृगु श्रीनिवासन ने पुलिस अकादमी को लेकर एक प्रस्तुतीकरण दिया. उन्होंने बताया कि एकेडमी में इन दिनों 24 DSP और 1600 दारोगा को ऑनलाइन ट्रेनिंग दी जा रही है. उन्होंने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि स्थापना के बाद से पिछले 2 साल में अब तक बिहार पुलिस अकादमी में 150 DSP, 2000 दारोगा और 300 उत्पाद निरीक्षक ट्रेनिंग ले चुके हैं.