बिहार में दारोगा ने जज को ही दिखा दी हनक, नाराज कोर्ट ने पूरे दिन कटघरे में खड़ा रहने की सजा दी

बिहार में दारोगा ने जज को ही दिखा दी हनक, नाराज कोर्ट ने पूरे दिन कटघरे में खड़ा रहने की सजा दी

PATNA: आम लोगों पर हनक दिखाने की आदि हो चुकी बिहार पुलिस के दारोगा ने एक जज को ही सड़क पर अपना रूतबा दिखाना शुरू कर दिया. लेकिन दरोगा की दबंगई मंहगी साबित हुई. कोर्ट में खड़े होकर माफी मांगनी पड़ी. जमकर फटकार के साथ साथ पूरे दिन कटघरे में खड़ा रहने की सजा भुगतनी पड़ी.


भभुआ में सड़क पर दरोगा की हनक

ये वाकया बिहार के भभुआ का है. भभुआ में पुलिस गश्ती दल के एक दारोगा ने जज की गाड़ी को रोड पर साइड नहीं दिया. दारोगा ने जज ही नहीं बल्कि कई औऱ गाड़ियों को साइड न देकर अपने पीछे रोके रखा. लेकिन रूतबा दिखाना महंगा पड़ गया. नाराज जज ने दारोगा और पुलिस गश्ती गाड़ी के ड्राइवर को कोर्ट में बुलाया. दोनों को जमकर फटकार लगायी और फिर रास्ता बाधित करने और यातायात नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में दारोगा को पूरे दिन कटघरे में खड़ा रहने की सजा सुना दी. 


घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक भभुआ के एडीजे (वन) संतोष कुमार तिवारी शनिवार की सुबह अपनी गाड़ी से कोर्ट जा रहे थे. भभुआ शहर के कचहरी मुख्य सड़क पर पुलिस की गाड़ी लगी, जो बड़े आराम से चल रही थी. जज की गाड़ी ने साइड देने के लिए बार-बार हॉर्न बजाया लेकिन,  पुलिस की गश्ती गाड़ी ने साइड नहीं दिया. जज साहब की गाड़ी के ड्राइवर ने पुलिस जीप के ड्राइवर से साइड देने को कहा तो बडे रौब के साथ जवाब मिला कि साइड नहीं देंगे. 


इस वाकये के बाद कोर्ट पहुंचे एडीजे (वन) ने भभुआ थानेदार के साथ साथ पुलिस की जीप पर गश्त कर रहे दारोगा को कोर्ट में तलब करने का आदेश दिया. कोर्ट के आदेश पर थानाध्यक्ष राम कल्याण यादव अपने थाने के दारोगा राम आशीष के साथ साथ पुलिस जीप के चालक को लेकर अदालत में हाजिर हुए. कोर्ट में जज ने दारोगा और जीप चालक से यातायात नियमों को लेकर सवाल पूछा तो दोनों की घिग्गी बंध गयी. 


जज ने कहा कि बेहद धीमी रफ्तार से चल रही पुलिस जीप ने अपने पीछे की गाड़ी को साइड न देकर रास्ता बाधित किया. ट्रैफिक नियमों के मुताबिक पीछे वाला वाहन अगर साइड मांग रहा है, तो तत्काल उसे आगे जाने के लिए साइड देना होता है. कोर्ट ने जब दारोगा से ट्रैफिक नियमों के बारे में पूछताछ की जो उसने अपनी गलती मान ली. कोर्ट ने पुलिस गश्ती दल का नेतृत्व कर रहे दारोगा को इस मामले में दोषी मानते हुए सजा दी.  एडीजे प्रथम की अदालत ने रास्ता बाधित करने के आरोप में दारोगा को कड़ी फटकार लगाते हुए शाम तक कटघरे में खड़ा रहने की सजा दी. पुलिस जीप के ड्राइवर को भी कड़ी फटकार लगायी गयी. शाम में अदालत ने दोनों को छोड़ दिया.