यह चुनाव मात्र सरकार बदलने का नहीं, धोखा देने वालों से बदला लेने का भी समय है: मुकेश सहनी जमुई में आचार संहिता उल्लंघन: जदयू प्रत्याशी सुमित सिंह के स्वागत में जुटे 50 लोगों पर केस दर्ज, दो नामजद श्री लंगटा बाबा स्टील प्राइवेट लिमिटेड द्वारा निकाली गई भव्य शोभायात्रा, श्रद्धालुओं की सेवा के लिए किए गए विशेष प्रबंध श्री लंगटा बाबा स्टील प्राइवेट लिमिटेड द्वारा निकाली गई भव्य शोभायात्रा, श्रद्धालुओं की सेवा के लिए किए गए विशेष प्रबंध Bihar Election 2025: ‘बिहार में तीन-चौथाई सीटें जीतेगी NDA और बनाएगी सरकार’ राजनाथ सिंह का बड़ा दावा Bihar Election 2025: पवन सिंह ने उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता कुशवाहा के लिए किया रोड शो, आरजेडी कार्यकर्ताओं से भिड़ंत होने से बचा Bihar Election 2025: सासाराम में सीएम योगी की ललकार, महागठबंधन पर जमकर बरसे; उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता कुशवाहा के लिए मांगे वोट Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में नहीं चलेगा ‘लाल पानी’ का खेल, वोटिंग से पहले शराब स्मगलर्स के खिलाफ बड़ा अभियान, ड्रोन और स्कैनर से हो रही निगरानी Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में नहीं चलेगा ‘लाल पानी’ का खेल, वोटिंग से पहले शराब स्मगलर्स के खिलाफ बड़ा अभियान, ड्रोन और स्कैनर से हो रही निगरानी Bihar News: पटना में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का दो दिवसीय ट्रेनिंग कार्यक्रम संपन्न, सेवाओं के विस्तार की दिशा में उठाया गया बड़ा कदम
1st Bihar Published by: Updated Sat, 12 Nov 2022 07:54:19 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: बिहार की एक जिला जज ने आज इंसानियत की मिसाल कायम कर दी. जिला जज की अदालत में एक बुजुर्ग व्यक्ति फूट फूट कर रोने लगा. उसने बेटी की शादी के लिए 18 साल पहले कर्ज लिया था. कर्ज नहीं चुका पाया तो बैंक ने केस कर दिया था. लाचार बुजुर्ग के पास बैंक को चुकाने के लिए पैसे नहीं थे. लेकिन जब वे कोर्ट में ही फूट फूट कर रोने लगे तो जिला जज ने अपनी जेब से उनका कर्ज चुकता कर दिया.
जहानाबाद जिला जज की इंसानियत
ये वाकया जहानाबाद का है. जहानाबाद में आज लोक अदालत के जरिये बैंक के पुराने कर्ज का सेटलमेंट किया जा रहा था. लोक अदालत में जिला जज राकेश सिंह खुद मौजूद थे. उसी दौरान पेश हुए एक बुजुर्ग को बैंक ने पैसा जमा करने को कहा. बुजुर्ग व्यक्ति राजेंद्र तिवारी कोर्ट में ही फूट फूट कर रोने लगे. उनकी बेबसी देख जिला जज खुद आगे आये और लोन की राशि अपनी जेब से भर दिया.
किसान क्रेडिट कार्ड के जरिये लिया था कर्ज
लोक अदालत में राजेंद्र तिवारी ने बताया कि 18 साल पहले उन्होंने अपनी बेटी की शादी के लिए कर्ज लिया था. उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड के जरिये स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से कर्ज लिया था. लेकिन पैसा नहीं रहने के कारण उसे लौटा नहीं पाये. लिहाजा कुछ हजार रूपये का कर्ज ब्याज सहित बढ़कर 36 हजार 775 रुपए हो गया. इसी बीच बैंक ने राजेंद्र तिवारी से पैसे वसूलने के लिए नोटिस भेजना शुरू किया. राजेंद्र तिवारी को कई बार नोटिस भेजा जा चुका था. इस बार उसे आखिरी नोटिस भेज कर लोक अदालत में हाजिर होने के लिए कहा गया था.
चंदा मांग कर सिर्फ 5 हजार रूपये का हो पाया था इंतजाम
बैंक से लिये गये लोन औऱ ब्याज की राशि लगभग 37 हजार रूपये हो चुकी थी. लेकिन बुजुर्ग की गरीबी को देखते हुए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने उनसे 18 हजार 600 रूपये जमा कर लोन को चुकता करने का प्रस्ताव रखा. लेकिन बुजुर्ग राजेंद्र तिवारी के पास सिर्फ 5 हजार रूपये थे. उसी लोक अदालत में उनके गांव का एक युवक मौजूद था. उसने अपनी ओर से तीन हजार रूपये की मदद की. फिर भी राजेंद्र तिवारी के पास सिर्फ 8 हजार रूपये हो पाये.
उसके बाद लोक अदालत में ही बुजुर्ग राजेंद्र तिवारी रोने लगे. उन्होंने कहा कि किसी तरह चंदा मांग कर पांच हजार रूपये लेकर आये थे. गांव के युवक ने मदद की तो 8 हजार रूपये हो पाये हैं. अब वे और पैसे का इंतजाम नहीं कर सकते. राजेंद्र तिवारी लोक अदालत में ही फूट फूट कर रोने लगे. उनकी हालत देख वहां मौजूद जिला जज राकेश सिंह द्रवित हो गये. उन्होंने कर्ज चुकता करने के लिए बाकी के 10 हजार 600 रूपये अपनी ओर से देने का फैसला लिया. जिला जज ने तत्काल पैसे का इंतजाम किया औऱ बुजुर्ग का कर्ज चुकता कर दिया. जिला जज के इंसानियत की जहानाबाद में चर्चा हो रही है. बडी संख्या में वकीलों ने उन्हें इसके लिए बधाई दिया है.