PATNA : देश में कोरोना की तीसरी लहर की आहात सुनाई दे रही है. लगातार हजारों नए मामले प्रतिदिन सामने आ रहे हैं. बिहार से भी हैरान करने वाली एक बात सामने आई है. पटना एम्स में कोरोना पॉजिटिव दो बच्चों को भर्ती कराया गया है. एम्स के डॉक्टर इनका इलाज कर रहे हैं. साथ ही कोरोना संक्रमण के वेरिएंट के बारे में भी पता लगाया जा रहा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पटना एम्स में 24 घंटे के अंदर राजधानी पटना के गोसांई टोला की रहने वाली कोरोना संक्रमित बच्ची की मौत हो गई है. बीते दिन महज 4 साल की एक और बच्ची सिया कुमारी को एम्स में भर्ती कराया गया है. सिया बिहार के छपरा जिले के मिर्जापुर गांव की रहने वाली है. इसका इलाज पहले एक प्राइवेट हॉस्पिटल में चल रहा था. वहां से रेफर होने के बाद सिया को एम्स में लाकर भर्ती कराया गया, जहां इसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई.
बताया जा रहा है कि एम्स में बिहटा के दिलवारापुर के रहने वाले शिवांशु कुमार का भी इलाज चल रहा है, जिसकी उम्र महज 7 साल है. शिवांशु यहां 31 अगस्त से भर्ती है. कोरोना की तीसरी लहर के खतरे के बीच अस्पताल प्रशासन इसे संभावित केस मान रहा है. बच्ची में कोरोना का कौन-सा वेरिएंट है, इसकी जांच के लिए अभी सैंपल लिया गया है.
पटना एम्स के कोविड वार्ड के नोडल पदाधिकारी डॉ संजीव कुमार ने बताया कि बच्ची को तेज बुखार, खांसी-जुकाम के साथ पेट में पानी भरने की परेशानी है. हालांकि, ऑक्सीजन सैचुरेशन नियंत्रण में है. बच्ची की देखभाल के लिए विशेष टीम लगायी गई है. वायरस के वेरिएंट का पता लगाने के लिए सैंपल लिया गया है. उन्होंने ये भी कहा है कि अभी फिलहाल दो बच्चे ही संक्रमित मिले हैं. इस आधार पर इसे तीसरी लहर की आहट कहना जल्दीबाजी होगी. विशेषज्ञ डॉक्टर बच्चों के मामलों को देख रहे हैं और सभी तरह की रिपोर्ट मिलने के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचना बेहतर होगा.
आपको बता दें कि शुक्रवार को राज्य के पांच जिलों में कोरोना के छह नये संक्रमित पाये गये. पटना में दो और दरभंगा, कैमूर, पूर्णिया व सीतामढ़ी जिले में एक-एक संक्रमित पाये गये. वहीं, एक लाख 67 हजार 874 सैंपलों की जांच की गयी. राज्य में अब सिर्फ 79 कोरोना के एक्टिव केस रह गये हैं, जबकि रिकवरी रेट 98.65% है. इधर, राज्य में शुक्रवार को 66,876 लोगों को कोरोना का टीका दिया दिया. सबसे अधिक पटना में 25,910 लोगों को टीका लगा.