PATNA : बिहार में कोरोना के मरीजों संख्या और कोरोना से होने वाली मौत के आंकड़ों में बिहार सरकार द्वारा बड़ी गड़बड़ी की जा रही है. यह आरोप कांग्रेस ने राज्य सरकार और उनके स्वास्थ्य विभाग पर लगाया. कांग्रेस प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की नाकामियों को छुपाने के लिए राज्य सरकार द्वारा कोविड के आंकड़ों में बड़ी जालसाजी की जा रही है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है, साथ ही इस कोरोना महामारी ने बिहार सरकार के स्वास्थ्य व्यवस्था में व्याप्त व्यापक भ्रष्टाचार की पोल खोल कर रख दी है.
कांग्रेस की ओर से कहा गया कि बिहार सरकार कोविड पीड़ितों और कोविड-19 से होने वाली मौतों के आंकड़ो को छुपा रही है. कांग्रेस यह आरोप बार-बार सरकार पर लगा रही है. उन्होंने कहा कि पटना हाईकोर्ट में बिहार सरकार के दो आला अधिकारियों ने कोविड से हुई मौतों को लेकर अलग-अलग आंकड़े प्रस्तुत किये हैं. बिहार सरकार के मुख्य सचिव और पटना के प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा पटना हाइ कोर्ट को कोविड से जो मौतों की संख्या बताई गई उसमें जमीन आसमान का फर्क है. जिससे साफ पता चलता है कि किस तरह स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना से होने वाली मौत की आकड़ो में बड़ी हेरा फेरी की जा रही है.
कांग्रेस ने सरकार पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि इस तरह के आंकड़ों में हेरा फेरी की जांच हाईकोर्ट के किसी सेवानिवृत्त जज से करानी चाहिए. कांग्रेस प्रवक्ता कुंतल ने कहा कि क्या माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आंकड़ो की इस हेरा फेरी के लिए जिम्मेदार उनके कैबिनेट के सहयोगी स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों पे जिम्मेदारी तय करेंगे, कांग्रेस प्रवक्ता ने सलाह देते हुए कहा कि बिहार सरकार का स्वास्थ्य विभाग अभी से भी अपनी काबलियत को आकड़ो में हेरफेर के प्रबन्धन में लगाने की बजाय स्वास्थ्य सेवाओं के प्रबंधन में लगाए.