PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिस वक्त कोरोना पर मीटिंग करने के बाद शहर में भ्रमण कर रहे थे उसी वक्त पटना के एक और अस्पताल ने अपने गेट पर नोटिस टांग दिया. हम ऑक्सीजन की व्यवस्था कर पाने में असमर्थ हैं, आपके जो भी पेशेंट हमारे यहां भर्ती हैं उन्हें कहीं और ले जायें. पटना के किसी अस्पताल में न बेड खाली है और ना ही ऑक्सीजन है. मरीजों के सामने तड़प तड़प कर जान देने के अलावा कोई औऱ रास्ता नहीं बचा है.
ऑक्सीजन के लिए त्राहिमाम
पटना के सगुना मोड़ स्थित एक अस्पताल ने सोमवार की शाम अपने गेट पर नोटिस लगा दिया है. नोटिस में लिखा है“मरीज के परिजन से अनुरोध किया जा रहा है कि ऑक्सीजन सप्लाई दिन पर दिन कठिन होता जा रहा है. ऑक्सीजन सप्लायर चाह कर भी सप्लाई नहीं कर पा रहे हैं. अस्पताल में ऑक्सीजन काफी कम बच गया है. समस्या विकराल हो गया है. बहुत दुख के साथ लिखना पड़ रहा है कि अब हम मरीजों की सेवा करने में असमर्थ हैं. अतः आप सभी से अनुरोध है कि समय रहते अपना इंतजाम कहीं और कर लें.”
अस्पताल गेट पर टंगे नोटिस को देख कर मरीजों के परिजनों में बेचैनी फैल गयी. उन्होंने अस्पताल प्रशासन से गुहार लगानी शुरू की लेकिन हॉस्पीटल ने हाथ खड़े कर दिये हैं. उनके मुताबिक लगातार सरकार के सामने गुहार लगाने के बावजूद ऑक्सीजन का उपाय नहीं हो रहा है. ऐसे में मरीजों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है कि वे अपने पेशेंट को कहीं और ले जायें.
ये वाकया ठीक उसी समय हुआ जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना पर मीटिंग करने के बाद शहर का भ्रमण कर रहे थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे कि वे ऑक्सीजन सप्लाई सुनिश्चित करें. लेकिन पटना के किसी सरकारी या निजी अस्पताल में जरूरत के मुताबिक ऑक्सीजन नहीं है. सरकार के कोविड डेडिकेटेड अस्पताल NMCH में कल से लगातार ऑक्सीजन का भीषण संकट बना हुआ है. IGIMS की भी वही स्थिति है. उधर पटना के एक निजी अस्पताल में ऑक्सीजन संकट के कारण रविवार की रात चार मरीजों की मौत हो गयी.
हैरत की बात ये है कि इसके बावजूद सरकार ये मानने को तैयार नहीं है कि ऑक्सीजन की कमी है. सरकार लगातार ये दावे कर रही है कि ऑक्सीजन का प्रबंध किया जा रहा है. उधर ऑक्सीजन के अभाव में ताबड़तोड़ मरीजों की मौत हो रही है.