PATNA : बिहार बीजेपी में कौन कितना ताकतवर है, आज पटना में आयोजित कार्यक्रम में इसका अंदाजा हो गया. केंद्र सरकार में तीन-तीन मंत्रालयों के कैबिनेट मंत्री रविशंकर प्रसाद पार्टी के एक कार्यक्रम में पहुंचे तो 25 मिनट तक एक राज्यमंत्री के आने का इंतजार करते रहे. वो राज्यमंत्री कोई और नहीं बल्कि नित्यानंद राय थे. नित्यानंद राय पहुंचे तो कार्यक्रम शुरू हुआ और रविशंकर तब तक खामोश बैठ कर इंतजार करते रहे. हद देखिये, रविशंकर प्रसाद मंच पर बैठे रह गये, नित्यानंद राय ने भाषण दिया और निकल गये.
बीजेपी के किसान सम्मेलन का हाल
दरअसल बीजेपी केंद्र सरकार के नये किसान कानून को लेकर कार्यक्रम आयोजित करवा रही है. पटना शहर में आज विधायक नितिन नवीन ने किसान सम्मेलन सह कार्यकर्ता सम्मेलन रखा था. राजधानी के स्काउट एंड गाइड मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद थे. लेकिन इस सम्मेलन में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय के साथ साथ बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी और पटना की मेयर सीता साहू को भी शामिल होना था.
25 मिनट तक इंतजार करते रहे रविशंकर
सम्मेलन शुरू होने का समय दिन के 11 बजे का था. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद 11.55 में सम्मेलन में पहुंचे. मंत्री मुकेश सहनी और मेयर सीता साहू भी पहुंच गयी थी. लेकिन सब मंच पर खामोशी से बैठ गये. कार्यकर्ता इंतजार कर रहे थे कि मुख्य अतिथि पहुंच गये हैं तो कार्यक्रम शुरू होगा. लेकिन सारे मंच पर बैठे रहे. भाषण तो छोडिये मंच पर दीप जलाकर कार्यक्रम शुरू करने की औपचारिकता तक नहीं निभायी गयी.
नित्यानंद राय का हो रहा था इंतजार
बीजेपी के किसान सह कार्यकर्ता सम्मेलन के मुख्य अतिथि रविशंकर प्रसाद लगभग 25 मिनट तक खामोश होकर मंच पर बैठे रहे. 12 बजकर 20 मिनट पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे. उसके बाद सम्मेलन के उद्घाटन की औपचारिकता निभायी गयी. भाषण का सिलसिला शुरू हुआ.
रविशंकर बैठे रहे, नित्यानंद राय निकल गये
गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय कार्यक्रम में सिर्फ 25 मिनट के लिए रूके. उन्होंने रविशंकर प्रसाद से पहले अपना भाषण दिया. फिर रविशंकर के भाषण सुनने की जहमत नहीं उठायी. अपना भाषण खत्म किया और कार्यक्रम स्थल से निकल गये. कार्यक्रम के आयोजक उन्हे विदा करने बाहर तक गये, साथ में बीजेपी कार्यकर्ता भी दौड़े. मंच पर बैठे रविशंकर प्रसाद इस अफरातफरी को देखते रहे.
तो नित्यानंद राय हो गये हैं मोस्ट पावरफुल
चर्चा पहले से हो रही थी कि बिहार बीजेपी को अब नित्यानंद राय ही चला रहे हैं. बीजेपी में सीटे शेयरिंग से लेकर टिकट बंटवारे तक नित्यानंद राय हर बैठक में रहे. नयी सरकार के गठन के लिए होने वाली बैठकों में भी नित्यानंद राय मौजूद थे. बीजेपी जब चुनाव के परिणाम पर चर्चा के लिए बैठी तो भी नित्यानंद राय ही वहां मौजूद थे. बिहार से नरेंद्र मोदी की सरकार में बीजेपी के दो कैबिनेट मंत्री के साथ साथ दो राज्यमंत्री भी हैं. रविशंकर प्रसाद, गिरिराज सिंह, अश्विनी चौबे जैसे केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय से बड़े कद वाले नेता माने जाते रहे हैं. लेकिन पार्टी ने हालिया दिनों में साफ कर दिया है कि किसकी हैसियत कितनी है. बीजेपी के चुनावी प्रबंधन और अभियान के साथ साथ सरकार गठन में भी नित्यानंद राय के अलावा दूसरे केंद्रीय मंत्रियों की कोई हैसियत नहीं दिखी.
बीजेपी के भीतर होने वाली चर्चाओं के मुताबिक पार्टी ने बिहार के प्रभारी भूपेंद्र यादव को एक तरीके से मालिक बना दिया है. संगठन का काम हो या सरकार का, फैसले भूपेंद्र यादव के ही होते हैं. नित्यानंद राय भूपेंद्र यादव के सबसे करीबी माने जा रहे हैं. लिहाजा बिहार बीजेपी में नित्यानंद राय की हैसियत सबसे बड़ी हो गयी है तो ये ज्यादा हैरानी की बात नहीं है.