बिहार : BJP के मंत्री ने कहा.. अफगानिस्तान जैसा होगा भारत का हाल, जनसंख्या नियंत्रण नहीं हुआ तो पैदा होंगे तालिबानी

बिहार : BJP के मंत्री ने कहा.. अफगानिस्तान जैसा होगा भारत का हाल, जनसंख्या नियंत्रण नहीं हुआ तो पैदा होंगे तालिबानी

PATNA : अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद पूरी दुनिया हैरान है. जिस तरीके से तालिबानियों ने वहां आतंक मचाया है, वह वाकई अन्य देशों के लिए चिंता की बात है. इसी बीच बिहार सरकार के एक मंत्री ने बड़ा बयान दे दिया है. बीजेपी कोटे से नीतीश कैबिनेट में शामिल वन पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार बबलू ने ये कह दिया है कि भारत का हाल भी अफगानिस्तान जैसा ही होने वाला है. अगर यहां जनसंख्या नियंत्रण नहीं हुआ तो यहां भी तालिबानी पैदा होंगे.


पार्टी के सहयोग कार्यक्रम में बीजेपी के दफ्तर पहुंचे बिहार सरकार के वन पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार बबलू ने जातीय जनगणना के सवाल पर कहा कि "जातिगत जनगणना लोगों की अपनी-अपनी पसंद है. लेकिन मेरा मानना है कि जातीय जनगणना से पहले देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून बनना चाहिए. बिहार में और इस देश में तेजी से जनसंख्या विस्फोट हुआ है. यह धरती जनसंख्या विस्फोट के कारण दबती जा रही है. इसलिए देश में सबसे पहले जनसंख्या नियंत्रण कानून बनना चाहिए. उसके बाद जातीय जनगणना होते रहेगी."


जातीय जनगणना के सवाल पर मंत्री नीरज कुमार बबलू यहीं नहीं रुके. उन्होंने यहां तक कह दिया कि "अगर भारत में जनसंख्या का यही हाल रहा तो हमारे देश में भी तालिबानी ताकत सिर उठाएगी. भारत का हाल अफगानिस्तान जैसा हो सकता है. इसलिए सबसे पहले इस देश में जनसँख्या नियंत्रण कानून बनना चाहिए, उसके बाद जो जनगणना करना है, सरकार करे. हमें कोई आपत्ति नहीं है."



बीजेपी नेता और वन पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार बबलू के इस विवादित बयान के बाद बिहार में सियासी पारा चढ़ गया है. विपक्षी पार्टियों के नेता नीरज कुमार बबलू के इस बयान का जोरदार विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा है कि बीजेपी के नेता समाज में जहर घोलने का काम कर रहे है. इससे समाज में गलत मैसेज जाता है. 


बता दें कि नीतीश कुमार ने कहा था कि जनसंख्या नियंत्रण कानून अपनी जगह है और जो राज्य इसमें कुछ करना चाहें, यह उनका अपना अधिकार है. हमलोगों ने बिहार में जनसंख्या नियंत्रण को ध्यान में रखते हुए शुरू से इसका आकलन किया. अगर पत्नियां पढ़ी होंगी तो प्रजनन दर अपने आप घटेगी. हमलोग इसी पर चल रहे हैं.