PATNA : बिजली दर में वृद्धि होगी या नहीं होगी, इसपर बिहार राज्य विद्युत विनियामक आयोग आज अपना फैसला सुनाएगा। इससे पहले पटना में दो दिवसीय जन सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया गया था। विद्युत कंपनी ने विद्युत दर में वृद्धि का प्रस्ताव दिया है तथा उपभोक्ताओं ने विद्युत दर में कमी लाने की मांग की है।
मिली जानकारी के अनुसार, उद्योग से जुड़े उपभोक्ता राज्य में उद्योग के लिए बिजली दर में कमी लाने की मांग की है। आयोग के दोनों सदस्य सुनवाई के बाद कई बैठकें कर चुके हैं। शाम 3.30 बजे आयोग के सदस्य अपना फैसला सुना देंगे। बिजली कंपनी और उपभोक्ता आयोग के फैसले का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुछ दिन पहले विधानसभा में कहा था कि हम राज्य की जनता को फ्री नहीं, बल्कि सस्ती बिजली देने के पक्षधर हैं और लोगों को सबसे कम दर पर बिजली मुहैया करा भी रहे हैं। उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए कितना ज्यादा सब्सिडी दे रहे हैं। अन्य राज्यों में मुफ्त में बिजली देने की बात करना उचित नहीं है।
मालूम हो कि, बिजली कंपनी ने नवंबर 23 में ही 4.39 फीसदी बिजली दर महंगी करने का प्रस्ताव आयोग को दिया था। कंपनी की याचिका पर आयोग ने कई शहरों में जनसुनवाई की। पटना में विनियामक आयोग के कार्यालय में भी आम लोगों से राय ली गई। लोगों से मिले सुझावों और कंपनी की ओर से दिए गए तथ्यों के आधार पर आयोग शुक्रवार को नई बिजली दर की घोषणा करेगा। अगर आयोग बिजली दर में वृद्धि करता है तो उस पर अनुदान देने का निर्णय सरकार को लेना होगा।
उधर, बिजली पर निर्भरता कम करने के लिए नीतीश कुमार ने जल जीवन हरियाली योजना में बजली बचाने पर जोर दिया। राज्य में सोलर उर्जा को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। सरकारी भवनों में सोलर प्लेट लगाया जा रहा है। आम लोगों से भी सोलर उर्जा का उपयोग करने की अपील की जा रही है। मुख्यमंत्री सोलर स्ट्रीट लाइट योजना से गांवों को सोलर एनर्जी से रोशन किया जा रहा है।