PATNA : बिहार में नीतीश के पीपुल्स फ्रेंडली पुलिस की पोल सरकार के एक आलाधिकारी ने ही खोल दी है. बिहार के खान औऱ भूतत्व विभाग की प्रधान सचिव हरजोत कौर बम्हारा ने DGP औऱ बिहार के मुख्य सचिव को पत्र लिखा है. प्रधान सचिव ने कहा है कि बिहार में पुलिस के संरक्षण में बड़े पैमाने पर बालू का अवैध खनन हो रहा है. ऐसे पुलिसकर्मियों के खिलाफ तत्काल कड़े कदम उठाये जायें.
प्रधान सचिव की चिट्ठी
खान औऱ भूतत्व विभाग की प्रधान सचिव हरजोत कौर ने लिखा है कि विभाग के तमाम प्रयास के बावजूद बिहार के कई जिलों में बडे पैमाने पर बालू का अवैध खनन हो रहा है. हरजौत कौर ने डीजीपी को कहा है कि वे न सिर्फ बालू का अवैध खनन रूकवायें बल्कि उन पुलिस अधिकारियों पर भी कार्रवाई करें जिनके संरक्षण में ये खेल हो रहा है.
प्रधान सचिव ने अपने पत्र में कहा है कि बिहार के पांच जिलों पटना, भोजपुर, सारण, औऱंगाबाद और रोहतास जिले में बालू खनन का ठेका लेने वालों ने सरकार को लिख कर दे दिया था कि वे एक मई से बालू घाटों का संचालन नहीं करेंगे. बालू घाटों का ठेकेदार द्वारा संचालन बंद किये जाने के बाद अवैध कारोबार की आशंका बढ़ गयी थी. लिहाजा खान एवं भूतत्व विभाग ने सभी संबंधित जिलों के डीएम औऱ एसपी को सचेत किया था औऱ उनसे नियमित कार्रवाई करने को कहा था.
पुलिस स्कॉट कर करवा रही है अवैध बालू खनन
प्रधान सचिव हरजौत कौर ने अपने पत्र में लिखा है कि पहले से सचेत किये जाने के बावजूद बडे पैमाने पर अवैध बालू खनन की शिकायतें मिल रही हैं. खबर तो ये भी आ रही हैं कि पुलिस स्कॉट कर अवैध बालू खनन करा रही है. बालू के अवैध खनन से लेकर परिवहन, भंडारण की गंभीर शिकायतें मिली हैं. ये पुलिकर्मियों की मिलीभगत के बगैर संभव नहीं है.
हरजौत कौर ने कहा कि डीजीपी बालू के अवैध खनन में लिप्त पुलिस अधिकारियों के खिलाफ जांच करायें औऱ उनके खिलाफ कार्रवाई करें. इसके साथ ही जिन जिलों में सरकारी ठेकेदारों ने बालू का खनन बंद कर दिया है वहां अवैध खनन को रोकने के लिए पर्याप्त इंतजाम किया जाये. पुलिस को खास पर इसकी रोकथाम का निर्देश दिया जाये.