PATNA : बिहार में 1 जुलाई से बालू खनन का काम बंद हो जाएगा। एनजीटी के गाइडलाइन के मुताबिक जुलाई से लेकर सितंबर महीने तक नदियों में बालू का खनन नहीं किया जा सकता। बिहार में लॉकडाउन पीरियड के दौरान बालू का खनन पहले ही 2 महीने तक बाधित रहा है लिहाजा इस बार राज्य में बालू की किल्लत तो होनी तय है।
बिहार में 22 मार्च से लेकर अप्रैल महीने तक बालू खनन का काम नहीं हो सका था लिहाजा अब स्टॉक की कमी है। माना जा रहा है कि 1 जुलाई से बालू खनन का काम रुकने के बाद बिहार में बालू की किल्लत हो सकती है। बालू खनन का काम 15 मई से लॉकडाउन में रियायत मिलने के बाद शुरू हुआ था अभी तकरीबन महीने भर ही बालू खनन का काम हो पाया है लिहाजा बाजार में बालू की कीमतें भी बढ़ी हुई हैं।
घाटों से निकलने वाला बालू अभी ज्यादातर सरकारी योजनाओं में जा रहा है। बंदोबस्तधारियों और अब तक के बालू का स्टॉक भी जमा नहीं किया है। बंदोबस्तधारियों को घाट के किनारे 300 फीट तक बालू स्टॉक करने की अनुमति दी गई है लेकिन फिलहाल बाजार में मांग को देखते हुए यह स्टॉक नहीं बन पाया है। बिहार में तकरीबन 400 लोगों को बालू के खुदरा भंडारण और बिक्री का लाइसेंस दिया गया है सरकार की नींद भी इस बात से उड़ी हुई है कि बालू का स्टॉक नहीं होने से सरकारी योजनाओं पर भी इसका असर पड़ेगा।