ARA: भोजपुर में बच्चा चोरी का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। करीब एक साल पहले चार साल की मासूम बच्ची अपने घर के बाहर खेल रही थी, तभी बच्चा चोर गिरोह ने उसे उठा लिया और उसे डेढ़ लाख में बेच दिया। जगदीशपुर थाना क्षेत्र से पिछले दिनों चोरी हुई बच्ची की टोह में लगी पुलिस को बच्चा चोर गिरोह का सुराग मिला। जिसके बाद पुलिस ने दो मासूम बच्चों को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया जबकि बच्चों की चोरी करने वाले गिरोह में शामिल तीन महिला समेत कुल पांच शातिर को भी गिरफ्तार कर लिया है।
जब पुलिस ने पकड़े गए गिरोह के सदस्यों से पुछताछ किया तो उन्होंने बताया कि वे छोटे-छोटे मासूम बच्चों को बहला फुसलाकर उन्हें अगवा कर लेते हैं। इसके बाद उन बच्चों को निसंतान लोगों को अपना बच्चा बताकर और गरीब होने का हवाला देकर उनसे लाखों रुपए में बेच देते हैं। दरअसल, पूरा मामला जगदीशपुर थाना क्षेत्र के जागा के पिपल वार्ड नंबर 15 का है। जहां 6 मार्च को घर के बाहर खेल रही अंतिम पांडेय उर्फ विष्णु की चार वर्षीय बेटी अर्पिता उर्फ पुसी अचानक गायब हो गई थी। बच्ची को उसके माता-पिता और मोहल्ले को लोग आसपास ढूंढते रहे लेकिन उसका कहीं कोई सुराग नहीं मिला।
जिसके बाद पीड़ित पिता के द्वारा 7 मार्च को जगदीशपुर थाना में बच्ची की गुमशुदगी का केस दर्ज कराया गया। इसके बाद जगदीशपुर डीएसपी राजीव चंद्र ने टीम गठित करते हुए गायब हुए बच्ची की जगह और आसपास के दर्जनों सीसीटीवी फुटेज को खंगाल चोरी करने वाले की शिनाख्त में जुटे। फुटेज में एक महिला बच्ची को लेकर जाते हुए देखी गई। वीडियों फुटेज में आई महिला की पहचान की गई तो उसकी पहचान पास के मोहल्ला के रहने वाले सुरेंद्र यादव की पत्नी पूजा देवी के रूप में हुई. पुलिस महिला को तत्काल हिरासत में लिया और कड़ाई से जब पूछताछ की तो महिला ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।
आरोपी महिला ने पुलिस को बताया कि उसने बच्ची को शाहपुर थाना के बरिसवन गांव की रहने वाली पंचरत्न देवी को बेट दिया है। पुलिस के पास पर्याप्त जानकारी होने के बाद जैसे ही पुलिस बरिसवन गांव पहुंचने वाली थी। उसके पहले ही पंचरत्न देवी पुलिस के दबाव में बच्ची को लेकर खुद थाने में आ गई। पुलिस ने बच्ची को सकुशल बरामद होने की सूचना उसके परिजनों को दी। जहां परिजनों के बीच अपने घर की लाडली को मिल जाने की खुशी सुन झुम उठें।
इस मामले में सबसे चौकाने वाली बात तब सामने आया जब बच्ची को थाने लाई आरोपी महिला पंचरत्न देवी से पुलिस ने जब पूछताछ किया। आरोपी महिला ने बताया कि वो और जगदीशपुर की पूजा देवी दोनों मिलकर बच्चा चोरी का काम करते हैं और उसे वो उन लोगों के हाथों बेचती है। जो लोग की निसंतान है, जिन्हें बच्चा को पाने की ललक होती है उन्हें अपनी गरीबी का हवाला देकर बच्चों को बेच देते थे। उधर, बच्ची के सकुशल बरामद होने के बाद परिवार वालों में खुशी का ठिकाना नहीं है। बरामद बच्ची के बड़े पापा अनुराग पांडे ने कहा कि वे लोग काफी खुश हैं कि उनकी बच्ची सकुशल मिल गई है।
वहीं इस मामले का खुलासा करते हुए जगदीशपुर एसडीपीओ राजीव चन्द्र ने बताया कि इस गिरोह में शामिल तीन महिला समेत कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पूजा देवी इस बच्चा चोर गिरोह की मास्टरमाइंड है। इसके द्वारा बिहिया थाना क्षेत्र से 11 महीने पहले एक बच्चा चोरी किया गया था पूछताछ के दौरान उस बच्चे की जानकारी भी प्राप्त हुई और उसे भी बरामद कर उसके परिवार को सौप दिया गया है। पुलिस फिलहाल इस नेक्सस में जुड़े अन्य लोगों का भी पता लगाने में जुटी हुई है।