बिहार में मंडराने लगा बाढ़ का खतरा: गंडक बराज के 36 गेट खोले गए, खतरे के निशान के करीब पहुंचा नदियों का जलस्तर; हाई अलर्ट जारी

बिहार में मंडराने लगा बाढ़ का खतरा: गंडक बराज के 36 गेट खोले गए, खतरे के निशान के करीब पहुंचा नदियों का जलस्तर; हाई अलर्ट जारी

PATNA: बिहार में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से गंगा समेत कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। उधर, पड़ोसी देश नेपाल के तराई वाले इलाकों में भी जोरदार बारिश हो रही है। ऐसे में कोसी और गंडक नदी में उफान आ गया है। गंडक बराज के 39 में से 36 गेट खोल दिए गए हैं, जिससे बिहार में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच चुका है।


लगातार हो रही बारिश के कारण कोसी और गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पास पहुंच चुका है जो किसी भी वक्त पार कर सकता है। नीचले इलाकों में तेजी से बाढ़ का पानी फैल रहा है। कोसी और गंडक बराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। कोसी बराज से 2.7 लाख क्यूसेक जबकि गंडक बराज से 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। विभाग की तरफ से नीचले इलाकों में बाढ़ का अलर्ट जारी कर दिया गया है।


बिहार में लगातार हो रही बारिश और नेपाल से छोड़े गए पानी के कारण गंगा समेत कई नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। जिस तरह से जलस्तर बढ़ रहा है नदियां खतरे के निशान को किसी भी वक्त पार कर सकती हैं। गंगा नदी की बात करें तो केंद्रीय जल आय़ोग की रिपोर्ट के मुताबिक, गंगा का जलस्तर चार से पांच सेंटीमीटर प्रतिघंटा बढ़ोतरी हो रही है।


गोपालगंज में गंडक के जलस्तर में भारी बढ़ोतरी हुई है। गंडक बराज वाल्मीकिनगर से 4 लाख 40 हजार 750 क्यूसेक पानी छोड़ा गया । गोपालगंज के निचले इलाके में लगातार बाढ़ का पानी फैल रहा है। जिले में बाढ़ को लेकर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। विभाग द्वारा तटबंधों की निगरानी बढ़ा दी गई है। वहीं शिवहर में भी बाढ़ अलर्ट जारी किया गया है। बागमती नदी में उफान आ गया है, जिससे जिले में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। बागमती नदी के जलस्तर खतरे में लगातार वृद्धि हो रही है।