PATNA : कोरोना काल के दौरान स्वास्थ्य विभाग में ढेर सारी नई नियुक्तियां हुई लेकिन इन नई नियुक्तियों में बड़ा फर्जीवाड़ा भी हुआ है। धीरे-धीरे जब बात सामने आ रही है तो स्वास्थ्य विभाग खुद इस मामले में एफआइआर भी दर्ज करा रहा है। ताजा मामला कई जिलों के अंदर एएनएम के फर्जी बहाली से जुड़ा है और अब इस मामले में दूसरी प्राथमिकी पटना के सचिवालय थाने में दर्ज कराई गई है। स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख डॉ कौशल कुमार ने जिलों में 94 एएनएम के फर्जी आवंटन की शिकायत वाला एफआईआर सचिवालय थाने में दर्ज करायी है।
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से फर्जी बहाली को लेकर एफआईआर दर्ज कराई गई हो इसके पहले भी फर्जी नियुक्ति को लेकर एक एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है। यह दूसरा मामला है जब फर्जी बहाली के प्रयासों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। स्वास्थ विभाग के मुताबिक फर्जीवाड़ा करने वालों ने 3 जून को जारी आदेश से 94 एएनएम की नियमित नियुक्ति का प्रयास किया था। इस नियुक्ति का खंडन स्वास्थ्य विभाग में किया है और इसे पूरी तरह से फर्जी बताया है इसके पहले 27 मई के आदेश को भी स्वास्थ्य विभाग ने फर्जी बताया था स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख डॉक्टर कौशल कुमार के मुताबिक फर्जी आदेश के जरिए जालसाज लगातार एएनएम नर्सिंग की नियमित नियुक्ति कराने का प्रयास कर रहे थे। इसके खिलाफ सचिवालय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।
आपको बता दें कि 3 जून को स्वास्थ्य निदेशालय ने नियमित नियुक्ति का आदेश जारी किया था और 94 एएनएम की जिलों में फर्जी तरीके से नियुक्ति का प्रयास जालसाज ने किया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इस तरह की जालसाजी का प्रयास बार-बार किया जा रहा है। डॉ कौशल कुमार के मुताबिक जालसाज लगातार दुस्साहस कर रहे हैं उन्हें उम्मीद है कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद इस मामले में पुलिस कड़ा एक्शन लेगी।