MUZAFFARPUR: पूर्ण शराबबंदी वाले बिहार में विधानसभा, अस्पतालों, सरकारी दफ्तरों के बाद अब कॉलेज परिसर में शराब की खाली बोतलें फेंकी हुई पायी गयी हैं. कॉलेज कैंपस में सिर्फ शराब की बोतलें ही नहीं बल्कि डिस्पोजेबल ग्लास औऱ चखना के तौर पर उपयोग में लाये गये चिप्स के खाली पैकेट भी फेके हुए मिले हैं. सवाल ये उठ रहा है कि क्या आम लोगों के घरों की तरह क्या सरकार कॉलेज को भी सील करेगी.
मुजफ्फरपुर शहर के राजनारायण सिंह कॉलेज के कैंपस के अंदर और उसके पीछे शराब की कई खाली बोतलें फेंकी हुई पायी गयी. रविवार के दिन में लोगों की नजर उस पर गयी. कॉलेज कैंपस के पीछे शराब की खाली बोतलों के साथ साथ डिस्पोजल ग्लास और चिप्स के पैकेट भी फेंके हुए थे. यानि पीने की पूरी व्यवस्था थी और जाम छलकाने के बाद बचे हुए खाली सामान को फेंक दिया गया.
क़ॉलेज कैंपस औऱ उसके पीछे शराब की बोतल और चखना-ग्लास फेंके जाने पर कई तरह के सवाल उठने लगे हैं. हालांकि ये पता नहीं चल पाया है कि किसने जाम छलकाया लेकिन इतना तो साफ है कि जाम छलकाया गया था. शक की सूई कॉलेज के कर्मचारियों औऱ शिक्षकों के साथ साथ अगल बगल के लोगों पर भी जा रही है. दरअसल कॉलेज में शाम में असमाजिक तत्वों का जमाव़डा लगने की भी बात सामने आ रही है.
उधर सकते में पड़ा कॉलेज प्रबंधन अपने कैंपस में शराब पीने-पिलाने की बात से इंकार कर रहा है. क़ॉलेज के प्राचार्य पवन कुमार सिंह ने कहा कि कॉलेज कैंपस में शराब पीने-पिलाने जैसी कोई बात नहीं है. कॉलेज में शाम चार बजे तक पढ़ाई औऱ ऑफिस के काम चलते रहते हैं. उस समय तक तो किसी का शराब पीना संभव नहीं है. उसके बाद क्या होता है इसकी जानकारी उन्हें नहीं. प्राचार्य ने कहा कि अगर शराब पीने जैसी कोई बात होगी तो वे इसे दिखवायेंगे और कॉलेज प्रशासन चौकसी भी बरतेगा.