SAHARSA: गोदाम में तोड़फोड़ मामले में बड़ी कार्रवाई, पुलिस ने एक साथ 18 अपराधियों को दबोचा Bihar Crime News: भारत-नेपाल सीमा से पकड़े गए तीन विदेशी नागरिक, SSB ने संदिग्ध हालत में दबोचा Bihar Crime News: भारत-नेपाल सीमा से पकड़े गए तीन विदेशी नागरिक, SSB ने संदिग्ध हालत में दबोचा बिहार में तैयार हुआ 4500 HP रेल लोकोमोटिव 'अफ्रीकी देश' भेजे जाएंगे, जून में बड़ी खेप का होगा निर्यात, उद्योग मंत्री बोले- नामकरण के लिए 26 मई को होगा कार्यक्रम Jyoti Malhotra: YouTuber ज्योति मल्होत्रा की रील से बड़ा खुलासा, पाक जाने से पहले पहलगाम गई थी पाकिस्तानी जासूस Jyoti Malhotra: YouTuber ज्योति मल्होत्रा की रील से बड़ा खुलासा, पाक जाने से पहले पहलगाम गई थी पाकिस्तानी जासूस Bihar News: दर्दनाक सड़क हादसे में दो युवकों की मौत, तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने बाइक को मारी जोरदार टक्कर Bihar news: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने बुलाई अहम बैठक, संघ से समन्वय की दिशा में बड़ा कदम Bihar news: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने बुलाई अहम बैठक, संघ से समन्वय की दिशा में बड़ा कदम पुलिस के 'सर्किल इंस्पेक्टर' का कार्यालय बन गया दुकान, रुपया दीजिये नाम हटवाइए और जोड़वाइए, DIG ने कर दिया सस्पेंड
1st Bihar Published by: Updated Fri, 09 Jul 2021 07:31:47 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में सीआईडी यानी अपराध अनुसंधान विभाग का अधिकार बढ़ाने की तैयारी चल रही है। सीआईडी को जल्द ही यह अधिकार मिलेगा की वह खुद मामले दर्ज करे और आरोपियों की गिरफ्तारी भी करे। सरकार इसपर गंभीरता से विचार कर रही है कि सीआईडी के लिए अलग थाना खोला जाए। इस फैसले पर मुहर लगी तो बिहार पुलिस की अन्य एजेंसियों की तरह सीआईडी में भी एफआईआर दर्ज होगी।
फिलहाल सीआईडी किसी मामले की केवल जांच की जिम्मेदारी संभालती है। अपराध अनुसंधान विभाग अभी एफआईआर दर्ज नहीं कर सकता। इसकी वजह अपना थाना नहीं होना है। जिलों में दर्ज होनेवाले आपराधिक मामलों का अनुसंधान अपने जिम्मे लेने का उसे अधिकार है। सीआईडी किसी मामले मि जांच अपने नियंत्रण में लेती है तो आईओ जिला पुलिस का ही होता है लेकिन सुपरविजन सीआईडी करती है। आईओ भी सीआईडी के नियंत्रण में रहता है।
देश के कुछ राज्यों में पहले से इस तरह की व्यवस्था है। ओडिशा और कर्नाटक जैसे राज्यों में सीआईडी को यह अधिकार मिला हुआ है कि वह केस दर्ज करे। बिहार पुलिस के अधीन एंटी टेररिज्म स्क्वॉयड (एटीएस), आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) और निगरानी अन्वेषण ब्यूरो का भी अपना थाना है। यदि सीआईडी के लिए थाना खोलने की मंजूरी मिलती है तो उसके द्वारा भी एफआईआर दर्ज कर कांडों का अनुसंधान किया जा सकता है।