बिहार में अब 3 तरह के होंगे क्वारंटाइन सेंटर, कोरोना रोकने के लिए सरकार ने बनाया मास्टर प्लान

बिहार में अब 3 तरह के होंगे क्वारंटाइन सेंटर, कोरोना रोकने के लिए सरकार ने बनाया मास्टर प्लान

PATNA : बिहार में बढ़ते कोरोना महामारी की रोकथाम को लेकर सरकार की ओर से कई बड़े निर्णय लिए जा रहे हैं. बिहार सरकार ने कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए एक और बड़ा निर्णय लिया है. आपदा विभाग की ओर से जारी नए आदेश के मुताबिक बिहार में तीन प्रकार के क्वारंटाइन सेंटर बनाए जायेंगे. आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत की ओर से जारी निर्देश के मुताबिक बिहार में प्रखंड, पंचायत और ग्राम स्तरीय तीन प्रकार के क्वारंटाइन सेंटर होंगे. जहां विभिन्न राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूरों को अलग-अलग क्वारंटाइन सेंटरों में रखा जायेगा.


बिहार में अब तक कई राज्यों से आने वाले 754 प्रवासी मजदूर कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. जिसमें दिल्ली, मुंबई, पुणे और गुजरात से आने वाले सैकड़ों लोग शामिल हैं. ग्रामीण इलाकों में कोरोना को रोकना सरकार के लिए चुनौती बनी हुई है. इसलिए बिहार सरकार ने एक नया मास्टर प्लान बनाया है. आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत की ओर से जारी निर्देश के मुताबिक दिल्ली, मुंबई, पुणे, सूरत, अहमदाबाद और कोलकाता से आने वाले लोगों को प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर में रखा जायेगा. इसके बाद महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु  और हरियाणा के अन्य जिलों या शहरों से आने वाले प्रवासी मजदूरों को पंचायत स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर में रखा जायेगा. अन्य दूसरे राज्यों या शहरों से आने वाले लोगों को ग्राम स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर में रखने का निर्णय सरकार की ओर से लिया गया है.


प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर में दिल्ली, मुंबई, पुणे, सूरत, अहमदाबाद और कोलकाता से आने वाले लोगों को 14 दिन क्वारंटाइन सेंटर में रखा जायेगा. इसके संचालन और व्यवस्था के लिए पहले से जारी आदेशों का पालन किया जायेगा. पंचायत स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर में महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और हरियाणा के अन्य जिलों या शहरों से आने वाले प्रवासी मजदूरों को 14 दिन क्वारंटाइन सेंटर में रखा जायेगा. पंचायत स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर के लिए पंचायत स्थित उच्च विद्यालय तथा उच्च विद्यालय नहीं होने की स्थिति में कोई बड़ा विद्यालय का चयन किया जा सकता है. पंचायत प्रभारी किसी पंचायत सेवक को बनाया जा सकता है.


ग्राम स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर में अन्य दूसरे बाकि के राज्यों या शहरों से आने वाले लोगों को 14 दिन क्वारंटाइन सेंटर में रखा जायेगा. ग्राम स्तरीय क्वारंटाइन कैंपों में संबंधित राजस्व ग्राम में अवस्थित बड़े एवं उपयुक्त मध्य विद्यालय या प्राथमिक विद्यालय का चयन किया जा सकता है. ग्राम स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर में इसका प्रभारी संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक या प्रभारी प्रधानाध्यापक को बनाया जायेगा. इनके सहयोग हेतु उसी विद्यालय या उसके राजस्व ग्राम में अवस्थित अन्य विद्यालय के शिक्षक को प्रतिनियुक्त किया जा सकता है.