MUZAFFARPUR: बिजली की चोरी को रोकने के लिए सरकार युद्धस्तर पर काम कर रही है। पूरे बिहार को स्मार्ट मीटर से लैस कराने में जुटी है। बिजली के उपभोक्ताओं को चौबीस घंटे बिजली मुहैया करायी जा रही है। लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो अब भी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं इनकी करतूत को देखने से ऐसा लगता है कि हम नहीं सुधरेंगे की कसम इन लोगों ने खा ली है।
बिजली चोरी का एक अजीबो-गरीब मामला बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में सामने आया है जिसे देखकर बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारी भी दंग रह गये। इसे उत्तर बिहार का सबसे बड़ा बिजली चोरी माना जा रहा है। इससे पहले इतनी बड़ी बिजली चोरी नहीं हुई थी।
दरअसल मुजफ्फरपुर के पखनाहा में एक आयरन कंपनी है जहां बिजली विभाग की टीम ने छापेमारी की थी। इसी छापेमारी के दौरान जो कुछ बात निकलकर सामने आई उसे देख बिजली विभाग की टीम भी हैरत में पड़ गयी। NBPDCL के इंजीनियरों को जांच में पता चला कि लोहा फैक्ट्री बिजली चोरी कर रहा है।
33 केवीए लाइन में बिजली चोरी पकड़ी गयी। मीटर से मिटरिंग यूनिट को जोड़ने वाले कंट्रोल केबल में छेड़छाड़ कर बिजली की चोरी की जा रही थी। यूं कहे की पूरे चुगाड़ टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर बिजली की चोरी की जा रही थी। बिजली चोरी का मामला सामने आने के बाद लोहा फैक्ट्री के मालिक विनोद जायसवाल पर 3 करोड़ 61 लाख करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया।
उनके खिलाफ मीनापुर ओपी में सहायक अभियंता ने केस भी दर्ज कराया। बिजली चोरी का मामला सामने आने के बाद लोहा फैक्ट्री का मालिक फरार हो गया है। जुर्माने की रकम जमा नहीं करने पर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी है।