MUNGER: बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर पुलिस अलर्ट मोड में आ गई है और अपराध और अपराधियों के खिलाफ लगातार एक्शन ले रही है। ताजा मामला मुंगेर से सामने आया है, जहां पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर दियारा इलाके में चलाए जा रहे चार मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेदन किया है। सरगना समेत तीन शातिरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला है कि एक पुलिसकर्मी के दो सगे भाई अवैध गन फैक्ट्री को संचालित कर रहे थे। जबकि एके-47 मामले में एनआईए का फरार अभियुक्त इस गिरोह का सरगना है।
दरअसल, मुंगेर में अवैध हथियार निर्माताओं के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दियारा इलाके में छापेमारी कर चार मिनी गन फैक्टरी का उद्भेदन किया। पुलिस ने मौके से एक निर्मित पिस्टल, एक अर्धनिर्मित पिस्टल, तीन जिंदा कारतूस सहित भारी मात्रा में हथियार बनाने के उपकरण बरामद किये हैं। पुलिस ने गिरफ्तार कारीगर की निशानदेही पर शंकरपुर गांव में छापेमारी कर इस गिरोह के मुख्य सरगना सनोज यादव को भी गिरफ्तार कर लय है। सनोज यादव एक कुख्यात हथियार तस्कर है। जिसके खिलाफ एके-47 प्रकरण में एनआईए ने कांड दर्ज कर रखा है।
मुंगेर एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि मुफस्सिल थानाक्षेत्र के सीताचरण दियारा में मिनी गन फैक्टरी का संचालन किया जा रहा है। छापेमारी के लिए प्रशिक्षु आईपीएस शैलेंद्र सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम ने दियारा इलाके में छापेमारी कर तीन लोगों को दबोच लिया जबकि एक मौके से फरार हो गया। तलाशी के दौरान गेहूं के खेत में चलाए जा रहे चार मिनीगन फैक्टरी का उद्भेदन किया गया।
इस कार्रवाई में पुलिस की गिरफ्त में आए एक पुलिसकर्मी के दो भाइयों ने बताया कि सनोज और मितन सिंह द्वारा पार्टनरशिप में काफी दिनों से यहाँ अवैध हथियारों की खरीद-बिक्री की जा रही है। पुलिस ने शंकरपुर गांव में छापेमारी कर मुख्य सरगना सनोज को भी गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार सरगना के खिलाफ मुंगेर के विभिन्न थानों के अलावे एनआईए में भी केस चल रहा है। पहले भी वह कई बार जेल जा चुका है। इस मामले में फरार अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।