KHAGARIA: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गणतंत्र दिवस के मौके पर बिहार की झांकी रिजेक्ट किये जाने पर आज अपनी नाराजगी जाहिर की. जल-जीवन-हरियाली मुहिम चला रहे नीतीश ने कहा कि बिहार की झांकी रिजेक्ट कर दिये जाने के बावजूद उनकी मुहिम पर कोई असर नहीं पडेगा और ना ही इससे बिहार के लोग डिमोरलाइज होने वाले हैं.
खगड़िया की जनसभा में बोले नीतीश
दरअसल बिहार सरकार ने नीतीश के जल-जीवन-हरियाली मुहिम को गणतंत्र दिवस परेड में झांकी के तौर पर पेश करने का प्रस्ताव दिया था. लेकिन, रक्षा मंत्रालय की कमेटी ने इसे रिजेक्ट कर दिया. आज नीतीश कुमार ने कहा कि जल-जीवन हरियाली की झांकी का प्रस्ताव उनका नहीं था बल्कि किसी अधिकारी ने इस तय करके भेजा होगा. उन्होंने कहा “अधिकारियों ने तो भेज दिया होगा, अगर ये झांकी में शामिल नहीं भी हुआ तो कोई फर्क नहीं पड़ता.हम अभी अभियान चला रहे हैं जब इसका असर होगा तो बाद लोगों को समझ में आएगा. झांकी रिजेक्ट होने से बिहार के लोग डिमोरलाइज नहीं होंगे.”
मुख्यमंत्री बोले ” गणतंत्र दिवस परेड में बिहार की झांकी शामिल नहीं होने की खबर लोगों को मिल गयी है. इससे लोगों के दिमाग मे आ गया कि 26 जनवरी की परेड से बिहार की झांकी से रिजेक्ट हो गयी. अरे, बिहार के लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ता.केंद्र ने भले ही झांकी रिजेक्ट कर दिया है लेकिन जल जीवन हरियाली अभियान जारी रहेगा.”
नीतीश बोले हमारी योजना को केंद्र बाद में अपनाता है
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी कई योजना है जिसे बिहार पहले लागू करता है और केंद्र सरकार को बाद में उसका महत्व समझ में आता है. फिर उसे पूरे देश में लागू करने का फैसला लिया जाता है. हमने ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सबल बनाने के लिए जीविका अभियान चलाया बाद में केंद्र सरकार ने इसे आजीविका नाम से पूरे देश में लागू किया. सात निश्चय, हर घर बिजली योजना, हर घर नल का जल योजना बिहार ने शुरू किया बाद मेंपूरे देश ने इसे अपनाया.जब 19 जनवरी को जल जीवन हरियाली पर मानव श्रृंखला बनेगी तब सबको बिहार की ताकत का पता चल जाएगा.
अपनी जल जीवन हरियाली यात्रा के तहत नीतीश कुमार आज खगडिया पहुंचे थे. उन्होंने खगड़िया में 2200 करोड़ की लागत से 377 योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया. इसके बाद मुख्यमंत्री ने खगडिया के तेलिहार में जनसभा को भी संबोधित किया.