ब्रेकिंग न्यूज़

नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग! Life Style: हार्ट अटैक से पहले आपका शरीर देता है कई संकेत, अगर यह परेशानी है तो तुरंत टेस्ट कराएं सजना-संवरना बन गया बड़ी मुसीबत: पत्नी ने कराया फेसियल, तो पति ने ससुराल में ही कर दिया बड़ा कांड CBI Raid in Patna: पटना में CBI का बड़ा एक्शन, छापेमारी कर शातिर को दबोचा; जानिए.. क्या है मामला? CBI Raid in Patna: पटना में CBI का बड़ा एक्शन, छापेमारी कर शातिर को दबोचा; जानिए.. क्या है मामला? Bihar Politics: तेजस्वी यादव का कलेजा क्यों फट रहा..? बिहार BJP ने किया खुलासा

बिहार : स्टूडेंट्स के लिए खुशखबरी, बीच में पढ़ाई छोड़ने वाले छात्रों को भी मिलेगी डिग्री

बिहार : स्टूडेंट्स के लिए खुशखबरी, बीच में पढ़ाई छोड़ने वाले छात्रों को भी मिलेगी डिग्री

PATNA : बिहार में एक विश्वविद्यालय ने बड़ा एलान करते हुए वैसे छात्रों को भी प्रमाण पत्र, डिप्लोमा, डिग्री आदि समय से देने की बात कही है जिन्होंने प्रवेश पर असामान्य परिस्थिति में पढ़ाई छोड़ दी हो. इस नए प्रावधान के तहत छात्रों द्वारा पहले से पढ़ा गया कोर्स अब बर्बाद नहीं जाएगा. हम बात कर रहे हैं बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) सबौर की जहां नयी शिक्षा नीति के तहत पढ़ाई 15 अगस्त तक लागू कर दी जाएगी. इसको लेकर तैयारी जोर-शोर से चल रही है.


नए कुलपति के निर्देश पर विवि अंतर्गत कॉलेजों में कृषि आधारित कोर्स पर चर्चा जोर-शोर से शुरू हो चुकी है. 16 जुलाई तक कॉलेज बीएयू को अपनी रिपोर्ट देगा. फिर बोर्ड ऑफ स्टडीज में यूजी और पीजी में कृषि आधारित कोर्स को पारित कराया जाएगा. कुलपति डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि अगस्त में एकेडमिक काउंसिल की बैठक कराकर 15 अगस्त तक इसे लागू करने की योजना है. 


इसके साथ ही बीएयू आने वाले दिनों में बहु विषयक होंगे तथा उद्यमित्ता विकास हेतु छात्रों को खास तकनीकों के साथ हुनरमंद बनाया जाएगा. एक बार प्रवेश पर असामान्य परिस्थिति में पढ़ाई छोड़ने पर प्रमाण पत्र, डिप्लोमा, डिग्री आदि समयानुसार प्रदान की जाएगी. यानि छात्रों द्वारा पहले से पढ़ा गया कोर्स अब बर्बाद नहीं जाएगा. पढ़ाई के साथ-साथ छात्रों के आचरण पर भी ध्यान दिया जाएगा. नयी शिक्षा नीति में आचरण विज्ञान के समावेश की बात कही. इसकी कमी पुरानी शिक्षा में हमेशा से महसूस की जाती रही है.