बिहार की बेटी है यूपीएससी टॉपर इशिता किशोर: UPSC के दोनों टॉप पोजिशन पर बिहार की बेटियों का कब्जा

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 23 May 2023 06:47:00 PM IST

बिहार की बेटी है यूपीएससी टॉपर इशिता किशोर: UPSC के दोनों टॉप पोजिशन पर बिहार की बेटियों का कब्जा

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DESK: संघ लोक सेवा आयोग यानि UPSC ने आज सिविल सर्विस परीक्षा का परिणाम जारी किया है. इसमें इशिता किशोर ने टॉप किया है वहीं गरिमा लोहिया ने दूसरा स्थान हासिल किया है. अब तक ये कहा जा रहा था कि बिहार की बेटी गरिमा मलिक यूपीएससी की सेकेंड टॉपर बनीं. लेकिन अब बिहार के लिए बड़ी खबर सामने आयी है. यूपीएससी टॉपर इशिता किशोर भी बिहार की बेटी है.


इशिता किशोर ने मीडिया से बात करते हुए खुद बताया कि वह बिहार की बेटी हैं. मीडिया से बात करते हुए इशिता किशोर ने कहा-मेरी मां और पिता दोनों पटना से हैं. मेरे पिता एयरफोर्स में थे, वहीं मां भी फोर्स से रिटायर हुई हैं. एयरफोर्स की नौकरी के लिए उन्हें अलग अलग जगहों पर काम करना पडा. इशिता ने बताया कि पिता की हैदराबाद पोस्टिंग के दौरान उनका जन्म हुआ था. हालांकि मां ने रिटायरमेंट के बाद उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोयडा में घर ले लिया. इसलिए फिलहाल वह उत्तर प्रदेश की निवासी हैं. 


इशिता किशोर ने तीसरे प्रयास में यह कामयाबी हासिल की है. इशिता किशोर ने दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री राम कॉलेज ऑफ कार्मस से इकनॉमिक्स की पढ़ाई की है. इशिता का ग्रेजुएशन में ऑप्शनल सब्जेक्ट पॉलिटिकल सांइस और इंटरनेशनल रिलेशन्स था. ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी की. लेकिन उनका सपना भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाने का था. लिहाजा उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी. तीसरे प्रयास में इशिता ने यूपीएसएसी परीक्षा में टॉप किया.


बिहार की बेटी इशिता को मधुबनी पेंटिंग का शौक है. इशिता ने बताया-मैं अपने रिजल्ट को लेकर खुद हैरान हूं. मुझे ये तो भरोसा था कि इस दफे मैं सफल हो जाऊंगी लेकिन टॉप करने की बात नहीं सोची थी. इशिता ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार को दिया. उन्होंने कहा कि मेरी मां ने मुझे लगातार सपोर्ट किया।


बता दें कि यूपीएससी की सेकेंड टॉपर गरिमा लोहिया भी बिहार के बक्सर की हैं. गरिमा ने बक्सर में रहकर अपने संघर्ष के बूते सफलता हासिल की. गरिमा लोहिया दिल्ली में पढ़ाई कर रही थीं लेकिन 2020 में कोविड के प्रकोप के कारण उन्हें वापस बक्सर लौटना पड़ा था. उसके बाद उन्होंने घर से ही यूपीएससी की पढ़ाई शुरू की और फिर देश की सर्वोच्च परीक्षा में दूसरा स्थान हासिल किया है.