DESK: बिहार के वांटेड अपराधी और 42 वर्षीय रेलवे ठेकेदार वीरेंद्र ठाकुर की उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गोली मारकर हत्या कर दी गयी है। घर में घुसकर बाइक सवार 3 अपराधियों ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया है। जिस वक्त अपराधियों ने वीरेंद्र ठाकुर के सिर और गर्दन में गोली मारी उस वक्त घर में उनकी दूसरी पत्नी और दो बच्चे मौजूद थे। जिन्हें अपराधियों ने घर के एक कमरे में बंद कर दिया और फिर वींरेद्र ठाकुर को गोली मारकर फरार हो गया।
इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गयी है। वही परिजनों के बीच कोहराम मचा हुआ है। वीरेंद्र ठाकुर के बीवी-बच्चों का रो रोकर बुरा हाल है। मिली जानकारी के अनुसार वीरेंद्र ठाकुर दूसरी पत्नी खुशबून तारा और तीन बेटे अंश, ऋषि और अभिषेक के साथ रहते थे। जिस समय यह घटना हुई उस वक्त उनका एक लड़का अभिषेक स्कूल गया हुआ था जबकि दो बेटे और पत्नी घर पर ही थे। पत्नी खुशबून तारा ने बताया कि अचानक बाइक सवार तीन अपराधी घर में घुस गये और सभी को जान से मारने की धमकी देने लगे।
जब उन्होंने इसका विरोध किया तब बच्चों के साथ उन्हें भी एक कमरे में बंद कर दिया गया। खुशबून तारा ने बताया कि उनके पति को पैरालिसिस अटैक हुआ था जिसके कारण वे अक्सर बिस्तर पर ही रहते थे। घटना के दिन हम सभी को एक कमरे में बंद कर दिया गया उसके बाद मेरे पति के सिर और गर्दन में गोली मारी गयी जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गयी। घटना को अंजाम देने के बाद सभी अपराधी मौके से फरार हो गये। खुशबून तारा ने यह भी बताया कि घटना के पीछे पहली पत्नी प्रियंका का हाथ है। इससे पहले 2018 में भी वह पति पर हमला करवा चुकी है। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और उसे पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज मामले की छानबीन शुरू की।