बिहार में कानून का राज का बेहतरीन उदाहरण: अब तक तो कहावत सुनते थे लेकिन सच में काट ली गयी पुलिस की नाक

बिहार में कानून का राज का बेहतरीन उदाहरण: अब तक तो कहावत सुनते थे लेकिन सच में काट ली गयी पुलिस की नाक

PATNA : अब तक तो आप कहावत सुनते होंगे कि पुलिस की नाक कट गयी लेकिन सुशासन में मुख्यमंत्री के आदेश के फेरे में वाकई पुलिस की नाक कट गयी. पुलिस तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर अमल करने की कोशिश में थी लेकिन उसी फेरे में उसकी नाक ही कट गयी. अब नाक काटने वालों की तलाश की जा रही है.


वैशाली में कटी पुलिस की नाक
वाकया वैशाली जिले में हुआ है. राजधानी पटना से ठीक सटे. नीतीश जी का फरमान है कि किसी सूरत मे शराब पीने-बेचने वाले नहीं बचे. वैशाली पुलिस ने मुख्यमंत्री के आर्डर के पालन में जी जान लगा दिया लेकिन नाक ही कट गयी. वैशाली में ऐसा ही अजब मामला सामने आया. शऱाब को लेकर छापेमारी करने गयी पुलिस टीम के एक पुलिसकर्मी की नाक ही काट ली गयी. नाक कटने के बाद पुलिसकर्मी अस्पताल में भर्ती है.


मामला वैशाली के जिला मुख्यालय हाजीपुर का है, हाजीपुर सदर थाना की पुलिस मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शराबबंदी मुहिम को सफल बनाने में लगी थी, खबर मिली थी कि सदर थामा क्षेत्र के पहेतियां गांव में शराब पीने वाला व्यक्ति रह रहा है. पुलिस उसे गिरफ्तार करने गयी थी. लेकिन गिरफ्तारी के दौरान ही पुलिस टीम को स्थानीय लोगों ने घेर लिया. पुलिस के साथ अभद्र व्यवहार और गाली-गलौच कर जानलेवा हमला कर दिया गया. 


हद देखिये स्थानीय लोगों ने पुलिस के एक जवान की नाक ही काट डाली. पुलिस कह रही है कि उस पर चाकू से हमला किया गया औऱ उसी दौरान चाकू से पुलिसकर्मी की नाक काट डाली गयी. नाक कटने के बाद वापस लौटी पुलिस ने अब शराब पीने वाले को छोड़ दूसरे लोगों पर एप आई आर कर दिया है. उन के खिलाफ जानलेवा हमला करने औऱ सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाया गया है. अब नाक काटने वालों की तलाश की जा रही है. 


कैसे कटी पुलिस की नाक
हाजीपुर के सदर थाना पुलिस ने जो रपट दर्ज करायी है उसके मुताबिक दरोगा संतोष कुमार सिंह, जमादार रामप्रवेश कुमार, प्रेम राम, सिपाही अमित कुमार पांडेय औऱ होमगार्ड के जवानों के साथ साथ चौकीदार पहेतियां गांव में छापेमारी करने गये थे. वे पहले से ही सदर थाना में दर्ज शराब के एक मामले में आरोपी राकेश कुमार को तलाश रहे थे. राकेश को गिरफ्तार करने के लिए उसके घर पर छापेमारी की गयी. पुलिस के मुताबिक आऱोपित के घर पर पहुंचने के बाद उसके घर के सदस्यों समेत आस पास के लोग वहां इकट्ठा हो गये. 


पुलिस का कहना है कि छापेमारी के दौरान ही आरोपी राकेश कुमार के घर और पडोस के लोगों ने हमला कर दिया. आरोपी राकेश के पिता गणेश सहनी, चाचा दुखन सहनी, उसके भाई रमेश सहनी, गणेश सहनी, राजा कुमार, राकेश सहनी, गणेश सहनी की पत्नी, रमेश सहनी की पत्नी, राकेश सहनी की पत्नी तथा आठ-दस और लोगों ने पुलिस के साथ जोर जबरदस्ती और मारपीट शुरू कर दी. पुलिस टीम को भद्दी भद्दी गालियां भी दी गयी.


हाजीपुर सदर थाने की पुलिस कह रही है कि हमलावरों को समझाने की कोशिश की गयी लेकिन वे समझने को राजी नहीं थे औऱ उन्होंने पुलिस टीम पर हमला बोल दिया. हमलावर पुलिस टीम पर टूट पड़े. आरोपी राकेश कुमार को पिछले दरवाजे से भगा दिया गया. राकेश को भागते देख सिपाही अमित कुमार पांडेय उसे पकड़ने गया लेकिन तभी आरोपी राकेश के चाचा दुखन सहनी ने धारदार चाकू से हमला कर दिया और सिपाही अमित कुमार पांडेय की नाक काट ली. पुलिस की नाक कटने के बाद छापेमारी करने गयी टीम वापस थाने लौट आयी. पुलिस टीम का नेतृत्व कर रहे दरोगा संतोष कुमार सिंह ने थाने में राकेश के सारे परिजनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. अब उसके पूरे परिवार की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.