बिहार के सुदूर इलाकों में चलाई जाएंगी सरकारी बसें, दो हजार से अधिक रूटों पर जल्द शुरू होगा परिचालन

बिहार के सुदूर इलाकों में चलाई जाएंगी सरकारी बसें, दो हजार से अधिक रूटों पर जल्द शुरू होगा परिचालन

PATNA: बिहार सरकार ने गांव और कस्बों में भी सरकारी बसों को चलाने का फैसला लिया है। जल्द ही सुदूर में बसे गांव और कस्बे बस सेवा से जुड़ जाएंगे। परिवहन विभाग ने राज्य के 2005 नए रूटों पर बसों को चलाने का फैसला लिया है और इससे जुड़ी अधिसूचना भी जारी कर दी है। इस योजना के तहत कुल 38 जिलों के प्रखंडों को जिला मुख्यालय और प्रमुख इलाकों से जोड़ा जाएगा।


दरअसल, परिवहन विभाग ने मुख्यमंत्री प्रखंड परिवहन योजना के तहत 2005 नए रूटों पर बसों को चलाने का फैसला लिया है। विभाग की तरफ से मंगलवार को इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। अधिसूचना के मुताबिक, मोतिहारी में 175, रोहतास में 126, बेतिया में 99, पटना में 96, सीतामढ़ी में 90, गोपालगंज में 87 रूटों पर सरकारी बसों का परिचालन किया जाएगा।


इसके साथ ही साथ पूर्णिया में 84, कटिहार में 81, मधेपुरा में 77, बेगूसराय में 74, बांका में 62, किशनगंज में 75, भागलपुर में 56, औरंगाबाद में 55, भोजपुर में 53, छपरा में 48, बक्सर में 48, अररिया में 46, गया-45, नालंदा-45 रूटों पर परिवहन विभाग ने बसों को चलाने का फैसला लिया है। 


इसके अलावा मुंगेर- 44, अरवल- 42, जहानाबाद- 40, घगड़िया- 39, जमुई- 37, मुजफ्फरपुर- 33, सुपौल- 33, सहरसा- 33, मधुबनी- 26, कैमूर- 24, लखीसराय- 23, नवादा- 22, सीवान- 20, समस्तीपुर-18, दरभंगा-17, वैशाली- 13, शेखपुरा-8 और शिवहर में 6 रूटों पर सरकारी बसों को संचालित किए जाने की अधिसूचना परिवहन विभाग ने जारी की है। सरकार के इस फैसले से सुदूर ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को बड़ा लाभ मिलेगा।