PURNEA : बिहार के पूर्णिया में बड़ा हादसा हुआ. एनएच-31 पर हुए एक भीषण सड़क हादसे में दो लोगों की मौत हो गई. जबकि एक शख्स गंभीर रूप से जख्मी हो गया. टक्कर के बाद ट्रक में भीषण आग लग गई. गाड़ी धूं-धूं कर जलने लगी. आग की चपेट में कई दुकानें भी आ गईं, जिसके कारण लाखों का सामान जलकर राख हो गया.
ग्रामीणों ने बताया कि दालकोला से आ रही सुधा दूध की ट्रक एन एच पर ही धुमा रहा था. इसी क्रम में पूर्णिया की ओर से एक ट्रक जिस पर कचरा लोड किया हुआ था, वो सीधे आकर घुस गई. टक्कर इतनी भयावह दी कि ट्रक में आग लग गई. अचानक आग लगने से दोनों वाहन धू धू कर जलने लगा. आग की लपटें आसमान में छाने लगी. जिसे देखते ही पूरे पंचायत के लोग मौके पर पहुंचे और गांव में डर का माहौल उत्पन्न हो गया.
ग्रामीणों ने बताया कि ट्रक में सवार 3 व्यक्ति बुरी तरह झुलस गए,जिनमें से 2 की जलकर मौत हो गयी और जबकि एक और व्यक्ति गंभीर है. जिसे इलाज के लिए पूर्णिया सदर अस्पताल भेज दिया गया था. नेशनल हाईवे पर अफरातफरी का माहौल बन गया. इस हादसे का कारण नेशनल हाईवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया की लापरवाही को मान रहे है. जिस जगह ये हादसा हुआ वो है बिहार और बंगाल के जोड़ने वाली एनएच का दिघी पुल. साल 2017 में ही इस पुल की मरम्मती के लिए इसे वन वे किया गया था । एक ही रास्ते से आनाजाना जो रहा था । 2017 से लेकर अब तक सैकड़ों की तादाद में राहगीर हो या चालक सभी ने अपनी जान गवाई है.
ग्रामीणों ने बताया कि एनएच 31 पर एनएचएआई की काफी लापरवाही देखी जा रही है. अगर सड़क दोनों लाइन खुली रहती और समय पर पुल का निर्माण होता तो यह बड़ी बड़ी घटनाएं नहीं होती. इस हादसे में आसपास की दुकानें भी जलकर खाक हो गयी हैं. जिसे सुबह स्थानीय ग्रामीणों ठंडा किया गया. नतीजा ये है कि स्थानीय दुकानदार भी इसका ठीकरा एनएचएआई पर फोड़ रहे हैं. जिसकी लापरवाही से 4 सालों से ऐसी स्थिति है.