Bihar News: UPI फ्रॉड में लिप्त साइबर ठगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, गिरोह की तलाश जारी Mahila Rojgar Yojana: महिला रोजगार योजना: शहरी महिलाओं के लिए आवेदन प्रक्रिया आज से शुरू, जानें नियम और लाभ Bihar Crime News: बिहार में जमीन विवाद बना खूनी संघर्ष, खेत के पास युवक को गोलियों से भूना Bihar News: सीतिश हत्याकांड पर आक्रोश, शव बरामद नहीं होने से लोगों में नाराजगी; पुलिस पर लापरवाही का आरोप Bihar News: पटना में पुलिस दारोगा का कारनामा, चेकिंग के दौरान बरामद 20 लाख रुपए गायब कर दिए Bihar Teacher News: छह लाख शिक्षकों की वरीयता पर बड़ा फैसला, शिक्षा विभाग ने गठित की समिति अजय सिंह की योजना से पकड़ी पंचायत से 150 श्रद्धालु अयोध्या दर्शन को रवाना EOU की बड़ी कार्रवाई: आधार फर्जीवाड़े मामले में मधेपुरा से 3 साइबर अपराधी गिरफ्तार क्या बिहार का मखाना भी होगा जीएसटी फ्री? डॉ. राम प्रकाश ने उठाया सवाल MUNGER: अपने पैतृक गांव तारापुर पहुंचे डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, 17620.90 लाख की योजनाओं का किया शिलान्यास
1st Bihar Published by: Updated Mon, 31 Aug 2020 09:55:39 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार के हर जिले में छोटे उद्योग खोले जाने का सिलसिला शुरू हो गया है. अबतक सभी 38 जिलों में 189 छोटे उद्योग चिन्हित हो चुके हैं. इन्हें जिला औद्योगिक नव प्रवर्तन योजना के तहत खोला जा रहा है. इसके लिए सरकार ने सभी जिलों को 50-50 लाख रुपए दिए थे.
आपको बता दें कि बेगूसराय और कैमूर में तो चार जगह काम शुरू होने का दावा भी उद्योग विभाग ने किया है. इन सभी छोटे उद्योगों में प्रवासी श्रमिकों का समूह बनाकर उन्हें रोजगार दिया जा रहा है. हर एक समूह पर 10 लाख रुपए खर्च किए जाने हैं.
जिला स्तर पर प्रवासी श्रमिकों या कुशल कारीगरों के समूह बनाए गए हैं जो एक ही सेक्टर से जुड़े हों. कई जगह इस प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इन समूहों का पंजीकरण कराया जा रहा है. हर समूह में कम से कम 10 लोग होंगे. हर समूह पर 10 लाख खर्च किए जाने हैं तो इस लिहाज से हर जिले में पांच समूह बनाए गए हैं. यानि पांच-पांच उद्योग हर जिले में स्थापित हो रहे हैं. वहीं पश्चिम चंपारण में ऐसे उद्योगों की संख्या 6 है.
इन समूहों के लिए सिलाई केंद्र, पेपर ब्लॉक उपकरण, हस्तकरघा बुनाई केंद्र, बढ़ईिगरी केंद्र, मशरूम प्रसंस्करण केंद्र, शहद निर्माण, बेकरी, स्टील फर्नीचर, खेल का सामान, जैकेट और बैग निर्माण, बांस उत्पादों पर आधारित उद्योग, लाउंड्री, लकड़ी का फर्नीचर, रेडीमेड गारमेंट, पेवर ब्लॉक, जरी का कार्य, इम्ब्राइडरी, अचार निर्माण, हैंडीक्रॉफ्ट, बनाना फाइबर, फुटवियर, पीवीसी बोर्ड, अगरबत्ती निर्माण आदि उद्योग खोले जा रहे हैं. जाहिर सी बात है कि इन सभी के शुरू होते ही हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा.