PATNA : बिहार में कोरोना का प्रकोप कम नहीं हो रहा है. इस वक्त एक बड़ी खबर राजधानी पटना से सामने आ रही है. पटना के एम्स में इलाजरत नालंदा जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार की कोरोना से मौत हो गई है. इलाज के दौरान उन्होंने एम्स में आखिरी सांस ली है. इनकी मौत की खबर मिलते ही नालंदा के प्रशासनिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई है. साथी कर्मियों ने काफी दुःख जताया है.
आपको बता दें कि नालंदा जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार पिछले कई दिनों से बीमार थे. इलाज के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस दौरान उनकी कोरोना टेस्ट कराई गई. जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई. ज्यादा तबीयत ख़राब होने के बाद इन्हें पटना एम्स में भर्ती कराया गया, जहां रविवार को इलाज के दौरान इन्होंने आखिरी सांस ली.
आपको बता दें कि बिहार में कोरोना का कहर जारी है. रविवार को सरकार की ओर से जारी ताजा आंकड़े के मुताबिक पिछले 24 घंटे में कुल 12 हजार 795 नए कोरोना मरीजों की पहचान की गई है. हालांकि राजधानी पटना के लिए एक बड़ी राहत की खबर है. क्योंकि पटना में शनिवार की तुलना में आज लगभग 600 मरीज कम मिले हैं. जिसके कारण राजधानीवासियों ने थोड़ी राहत की सांस ली है.
रविवार को बिहार स्वास्थ्य विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 12 हजार 795 नए मामलों की पुष्टि हुई है. राजधानी पटना में सर्वाधिक 1848 नए संक्रमित मिले हैं. जबकि यहां शनिवार को 2479 और शुक्रवार को 2801 मरीज मिले थे. इसलिए रविवार का आंकड़ा देखकर राजधानी में रहने वाले लोग थोड़ी राहत की सांस जरूर लेंगे. लेकिन फिर भी लोगों को एहतियात बरतने की जरूरत है. क्योंकि पटना में भले ही मामले कम आये हैं लेकिन गया और भागलपुर में कोरोना का कहर जारी है.
रविवार के आंकड़े के मुताबिक गया जिले में 1340, भागलपुर जिले में 681, औरंगाबाद जिले में 682 और बेगूसराय जिले में 525 नए कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की गई है, जो कि चिंता का विषय है. राज्य में तेजी से बढ़ते कोरोना के ने मामलों को देखते हुए नीतीश सरकार ने जल्द से जल्द डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों के खाली पड़े पदों को भरने का निर्देश दिया है.