PATNA : दलित टोले में संपर्क पथ नहीं होने की शिकायत सुनकर सीएम नीतीश सोमवार को भड़क उठे और उन्होंने अफसरों को तत्काल कार्रवाई का निर्देश दे दिया. दरअसल गोपालगंज जिले से जनता दरबार में पहुंचे एक युवक ने मुख्यमंत्री से यह शिकायत कि उसके गांव तक जाने के लिए रोड तो बना है लेकिन दलित टोले तक जाने के लिए कोई भी सड़क नहीं है.
युवक की शिकायत सुनकर मुख्यमंत्री ने आश्चर्य जताया और कहा कि ऐसा कैसे संभव हो सकता है? उन्होंने फौरन ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव को फोन किया और कहा कि अनुसूचित जाति के टोलों के लिए तो सड़क बनाने का साफ निर्देश पहले ही दे दिया गया है. फिर ऐसा कैसे हुआ ? तुरंत इस कार्य को कराएं. वहीं दूसरी ओर मुजफ्फरपुर से आये एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से कहा कि पीएम ग्रामीण आवास योजना में भारी धांधली हो रही है. हमने जनता दरबार में आने का आवेदन दिया तो मुझे जान से मारने की धमकी दी जा रही है. मुख्यमंत्री ने तुरंत ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव से बात कर इस मामले पर समुचित कार्रवाई का निर्देश दिया. दोषियों पर भी तुरंत कार्रवाई की बात कही.
औरंगाबाद जिले से आए एक युवक ने बताया कि उसके गांव की नहर में पानी नहीं है. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे राज्य में बाढ़ आई हुई है फिर भी कैसे इस नहर में पानी नहीं आ पाया.जल संसाधन विभाग के अधिकारी को मामले की जांच करने को कहा. आपको बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कल जनता के दरबार में लोगों की शिकायतें सुन रहे थे. इस दौरान उन्होंने कुल 143 लोगों की फरियाद सुनी और सभी के निष्पादन का निर्देश संबंधित विभागों को दिया.