GAYA : बिहार का सामाजिक परिवेश बदलने लगा है. अब यहां प्यार को पाप नहीं समझा जाता. मामला बिहार के गया जिले का है. नदरपुर गांव के रहने वाले रविंद्र कुमार को कुरमांवा की रहने वाली गौरी उर्फ काजल से प्यार हो गया. दोनों छिप छिप कर मिलने लगें. लेकिन प्यार भी भला कोई छिपने वाली चीज है ! अपनी प्रेमिका से किए गए वायदे के मुताबिक रविंद्र शनिवार के दिन गौरी के गांव कुरमावा पहुंच गए. दोनों एकांत में एक दूसरे में खोए हुए थें कि गांव वालों की नजर पड़ गई. इसके बाद दोनों को ऐसी सजा मिली कि प्रेमी प्रेमिका खुश हो उठें.
गांव वालों ने दोनों को पकड़ लिया और पंचायत बैठ गई. रविंद्र से उसके घर परिवार के बारे में जानकारी ली गई. लड़की को भी बुलाया गया. रविंद्र और गौरी दोनों ने स्वीकार किया कि दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं और एक दूसरे के बिना जी नहीं सकते. वह हमेशा एक दूसरे से मिलते रहते हैं.
गांव वालों ने दोनों की उम्र की पड़ताल की तो दोनों ही बालिग पाए गए. पूछा गया कि क्या आप दोनों एक दूसरे के साथ शादी करना चाहते हैं ? दोनों ने खुशी खुशी हां कर दिया. इसके बाद दोनों के परिवार को बुलाया गया. प्रेमिका के परिवार वाले पहुंच गए लेकिन प्रेमी के परिवार वाले नहीं पहुंचे.
इसके बाद प्रेमिका के परिवार वाले और गांव वालों ने मिलकर कुरमांवा के बहेराडीह टोला के शिव मंदिर में दोनों की शादी करवा दी. शादी के बाद रविंद्र और गौरी को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. इसके बाद प्रेमी और प्रेमिका को शेरघाटी नोटरी के यहां ले जाकर स्वेच्छा पूर्वक शादी करने का शपथ पत्र बनवाया गया.