GAYA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ड्रीम प्रोजेक्ट '7 निश्चय योजना' को लेकर अक्सर सवाल उठते रहते हैं. विपक्षी दल उनके ड्रीम प्रोजेक्ट को भ्रष्टाचार का जरिया बताते हैं. इसी मामले से जुड़ी हुई एक ऐसी घटना सामने आई है, जो काफी हैरान करनेवाली है. मामला गया जिले का है,जहां उद्घाटन से पहले से नल-जल योजना की टंकी धराशाई होकर जमीन पर गिर पड़ी. इस मामले को लेकर गया के बीडीओ ने जांच का आदेश दिया है.
मामला गया जिले के पलुहारा पंचायत का है, जहां वैदा गांव के वार्ड नंबर 13 में नल-जल योजना की टंकी धराशाई होकर जमीन पर गिर पड़ी. जिसके कारण वहां के लोगों के घर में पानी सप्लाई अधूरी रह गई. इस घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक उद्घाटन से पहले ही लोहे की बनाई गई मीनार गिरकर ध्वस्त हो गई.
चांसी गांव के पंचायत समिति सदस्य उषा देवी और लालदेव यादव ने बताया कि वैदा गांव में करीब सोलह लाख रुपये से वार्ड सदस्य और वार्ड क्रियान्वयन प्रबंधन समिति ने एक साल पहले से नल योजना के तहत पानी टंकी का निर्माण कार्य शुरू कराया था. योजना के तहत निर्माण प्रक्रिया पूरी होने के बाद रविवार को घर घर शुद्ध पानी की सप्लाई करने के लिए मोटर चालू कर पानी की टंकी भरी जा रही थी लेकिन इस बीच लोहे की मीनार टंकी की पानी का लोड सह नहीं पाया और पानी भरते ही लोहे की मीनार टूट कर जमीन पर गिर पड़ी.
पानी की टंकी टूटने को लेकर पंचायत समिति सदस्य का आरोप लगाया कि वार्ड सदस्य और वार्ड क्रियान्वयन प्रबंधन समिति ने पानी टंकी बनाने के लिए घटिया किस्म का लोहे के पोल का इस्तेमाल किया था. इस संबंध में गुरुआ के बीडीओ अरुण कुमार ने बताया कि इसकी जांच कराई जाएगी. जांच के बाद पानी टंकी का निर्माण करने वालो के विरुद्ध करवाई की जाएगी.