बिहार के धंधेबाजों ने गुजरात में लीक कराया पर्चा: पटना के मास्टरमाइंड ने दिया अंजाम, अब तक 16 गिरफ्तार

बिहार के धंधेबाजों ने गुजरात में लीक कराया पर्चा: पटना के मास्टरमाइंड ने दिया अंजाम, अब तक 16 गिरफ्तार

DESK: परीक्षा से पहले पर्चा लीक कराने में माहिर बिहार के धंधेबाजों ने गुजरात में भी अपने काम को अंजाम दे दिया. पटना के रहने वाले मास्टरमाइंड ने अपने गैंग के साथ गुजरात पंचायत सेवा चयन बोर्ड के जूनियर क्लर्क की परीक्षा का पेपर लीक करा दिया. परीक्षा से 13 दिन पहले ही इस गिरोह के पास पेपर पहुंच गया है. गुजरात एटीएस और क्राइम ब्रांच ने मामले की जांच शुरू की तो बिहार के गैंग के कारनामे का खुलासा हुआ.  


गुजरात एटीएस और क्राइम ब्रांच की टीम ने पर्चा लीक कराने के 16 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इनमें बिहार के सात लोग हैं. पर्चा लीक कराने का मास्टरमाइंड भास्कर चौधरी बिहार के पटना का रहने वाला है. गुजरात पुलिस की टीम ने पटना के पुनाईचक के कमलेश कुमार, मो. फिरोज, बेगूसराय के लखमिनियां के मुरारी कुमार, नालंदा के हिलसा के मुकेश कुमार, लखीसराय के प्रभात और मुजफ्फरपुर के मिंटू को इस कांड में गिरफ्तार कर लिया है. 29 जनवरी को गुजरात पंचायत सेवा चयन बोर्ड के जूनियर क्लर्क की परीक्षा थी. परीक्षा से पहले की प्रश्नपत्र लीक होने की बात सामने आयी तो पुलिस ने जांच शुरू की. इसके बाद गुजरात एटीएस ने भास्कर चौधरी और उसके गिरोह को गिरफ्तार कर लिया. 


पुलिस की जांच में पता चला है कि जूनियर क्लर्क की परीक्षा का पेपर 13 दिन पहले ही लीक हो गया था. इस गिरोह ने पर्चा छापने वाले प्रिंटिंग प्रेस में सेटिंग की थी. 16 जनवरी को ही हैदराबाद की प्रिंटिंग प्रेस से पर्चा लीक हो गया था. गुजरात पुलिस के मुताबिक इस गिरोह ने प्रिंटिंग प्रेस के कर्मचारी जीत नायक को सेट किया था. उसने की पेपर लीक किया था. 


70 हजार में पर्चा खरीदा, 15 लाख में बेच रहे थे

गुजरात एटीएस के मुताबिक इस केस का मास्टरमाइंड बिहार का भास्कर चौधरी है. वह गुजरात के वडोदरा में पाथवे एजुकेशन सर्विस और स्टेकवाइज टैक्नोलॉजी नाम का निजी संस्थान चलाता है. भास्कर चौधरी पुराना परीक्षा माफिया है और उसे ऐसे ही एक केस में सीबीआई भी गिरफ्तार कर चुकी है. भास्कर चौधरी ने अपने गिरोह के जरिये सिर्फ 70 हजार रूपये में प्रिंटिंग प्रेस से पेपर लीक करा लिया था. इस गिरोह ने तय किया था कि परीक्षा के एक दिन पहले यानि 28 जनवरी को इसे बेचा जाये. ये तय किया गया था कि 28 जनवरी की रात 15 लाख रूपये लेकर पेपर अभ्यर्थियों को दिया जाएगा. ये सारी डील भास्कर चौधरी के वडोदरा स्थित कोचिंग सेंटर में होनी थी. 


गुजरात एटीएस के मुताबिक भास्कर चौधरी गैंग ने 60 अभ्यर्थियों को पर्चा देने की डील कर ली थी. 28 जनवरी को रात के अंधेरे में जब भास्कर चौधरी के वडोदरा स्थित ठिकाने पर  लोगों को पेपर देने का सिलसिला शुरू हुआ तभी एटीएस ने वहां छापेमारी कर दी. इससे उनकी पूरी प्लानिंग सामने आ गयी. गुजरात एटीएस ने  भास्कर चौधरी, केतन और राजू सहित 16 आरोपियों को दबोच लिया.


बिहार आयेगी गुजरात पुलिस 

गुजरात एटीएस के मुताबिक पर्चा लीक कांड का मास्टरमाइंड भास्कर चौधरी अपने दो साथियों निशिकांत और सुमित के साथ ऑनलाइन एग्जामिनेशन कराने वाली 3-4 कंपनी चलाता है. उसकी सांठगांठ देश भर के ऑनलाइन परीक्षा केंद्र संचालकों से है. बिहार में भी कुछ ऑनलाइन परीक्षा सेंटर का ठेका इसी गिरोह के पास है. भास्कर चौधरी आईआईएम लखनऊ से पासआउट है. उसने 1 फरवरी को होने वाली जेईई की परीक्षा का भी सेंटर ले रखा था. गुजरात एटीएस भास्कर चौधरी के दूसरे साथियों की तलाश में जल्द ही पटना सहित बिहार के अन्य जिलों में भी छापेमारी करेगी.