बिहार के DGP गुप्तेश्वर पांडेय ने तबलीगी मरकज केस में ATS के लगाए जाने पर साधी चुप्पी, बोले- एक-एक की तलाश जारी

बिहार के DGP गुप्तेश्वर पांडेय ने तबलीगी मरकज केस में ATS के लगाए जाने पर साधी चुप्पी,  बोले- एक-एक की तलाश जारी

PATNA : पूरे देश में लॉकडाउन के बीच तबलीगी मरकज का मामला तूल पकड़ता चला जा रहा है। बिहार में तबलीगी मरकज से जुड़े  86 लोग शामिल  हैं। जिनमे से ज्यादातर लोगों की खोज कर ली गयी है। बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा है कि एक-एक लोगों की तालाश की जा रही है। वहीं इस पूरे मामले में एटीएस( एंटी टेरोरिस्ट स्कवॉयड) को लगाए जाने की बात वें टाल गये।


बिहार पुलिस के महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने बताया है कि तबलीगी मरकज से जुड़े बिहार के 86 लोगों को पुलिस तलाश रही है जनमें से ज्यादा तक लोगों को तलाश लिया गया है उन्हें विभिन्न जगहों पर क्वारेटाइन किय़ा गया है। उन्होनें बताया कि 86 बिहारियों के अलावा 57 विदेशियों की भी मॉनिटिरिंग पुलिस कर रही है। 48 लोग पहले से लोकेट किए जा चुके हैं जबकि 57 लोगों को पुलिस अभी खोज रही है। उन्होनें बताया कि इसमें बहुत सारे लोग ऐसे भी है जो बिहार पहुंचे ही नहीं है। उन्होनें बताया कि मलेशिया से सात लोगों का जत्था मुंबई आया था जिन्हें अभी लखनऊ में क्वारेंटाइन किया गया है। ऐसे कई लोग इस जमात में शामिल हैं जिन्हें बिहार के बाहर भी कई जगहों पर क्वारेंटाइन किया गया है। वहीं इस पूरे मामले में एटीएस को  क्यों लगाया गया है इसके जवाब को सिरे से टाल गये।


इस बीच बिहार के चीफ सेक्रेटरी दीपक कुमार ने बताया कि सभी तब्लीगियों की तलाश जारी है। सबको ट्रेस किया जा रहा है। ATS और बिहार पुलिस सभी की तलाश में जुटी हुई है।चीफ सेक्रेटरी दीपक कुमार ने एक बड़ी जानकारी देते हुए बताया कि कई लोगों को ट्रेस किया जा चुका है। आतंकवाद निरोधक दस्ते(ATS)को भी इस कार्य में लगाया गया है। उन्होंने बताया कि बहुत ऐसे लोग हैं, जिनको चिन्हित किया जा चुका है। लिस्ट में कई ऐसे लोग भी हैं, जिनको फिलहाल दिल्ली में क्वारंटाइन किया गया है। कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो बिहार आकर वापस कहीं चले भी गए हैं।


बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के मरकज से कोरोना का संक्रमण फैला। लॉकडाउन के बाद दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज में हजारों की संख्या में लोग ठहरे हुए थे. इस जमात में बड़ी तादाद में विदेशी भी शामिल थे। इनमें ज्यादातर मलेशिया और इंडोनेशिया के नागरिक शामिल थे।मरकज से कुल 2361 लोगों को निकाला गया है। दिल्ली सरकार के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बताया कि  निज़ामुद्दीन के आलमी मरकज़ में 36 घंटे का सघन अभियान चलाकर सुबह चार बजे पूरी बिल्डिंग को ख़ाली करा लिया गया है। इस इमारत में कुल 2361 लोग निकले। इसमें से 617 को अस्पताल में और बाक़ी को quarantine में भर्ती कराया गया है।