सीएम नीतीश ने फिर जारी किया ऑडियो संदेश, बिहार में लॉकडाउन को लेकर कही बड़ी बात

सीएम नीतीश ने फिर जारी किया ऑडियो संदेश, बिहार में लॉकडाउन को लेकर कही बड़ी बात

PATNA : बिहार में कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर राज्य सरकार ने 25 मई तक सम्पूर्ण लॉकडाउन का एलान किया है. कोरोना से निपटने के लिए नीतीश सरकार हर स्तर पर तैयारी कर रही है. मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर से ऑडियो संदेश जारी किया. मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों से कहा कि कोरोना जांच को और बढ़ाते हुए अब एक लाख 25 हजार से अधिक जांच प्रतिदिन किया जा रहा है. कोरोना मरीज की संख्या में प्रतिदिन कमी भी आ रही है.


पिछले सप्ताह बुधवार को ऑडियो संदेश जारी करने के 5 दिन बाद सीएम ने फिर से एक ऑडियो संदेश जारी किया. इस ऑडियो संदेश में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि "मैंने पहले भी राज्य में कोरोना की स्थिति के बारे में बताया था और कोरोना संक्रमण में वृद्धि की जानकारी दी थी. इसे देखते हुये कोरोना जांच को और बढ़ाते हुए अब एक लाख 25 हजार से अधिक जांच प्रतिदिन किया जा रहा है. अब कोरोना मरीज की संख्या में प्रतिदिन कमी भी आ रही है." 


सीएम ने कहा कि "कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुये 5 मई से 15 मई 2021 तक बिहार में लॉकडाउन लगाया गया. 13 मई को सहयोगी मंत्रीगण और पदाधिकारियों के साथ बिहार में लागू लॉकडाउन की स्थिति की समीक्षा की गई. लॉकडाउन के सकारात्मक प्रभाव को देखते हुये अगले 10 दिनों अर्थात 16 से 25 मई तक लॉकडाउन को विस्तारित करने का निर्णय लिया गया. जब से लॉकडाउन लागू किया गया है, हमलोग सभी का ध्यान रख रहे हैं. किसी की उपेक्षा नहीं की गई है और पूरी कोशिश है कि हरजरूरतमंद तक सहायता पहुंचे. इसके लिए कार्यरत पूरी टीम पूरी लगन और परिश्रम के साथ लगी हुई है."


"17 मई को बिहार 22 जिलों के सामुदायिक किचेन का वर्चुअल दूर के माध्यम से वहां चलायी जा रही व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया और कई लाभार्थियों से बातचीत की गई. जिलों के कई लाभार्थियों ने कहा कि सामुदायिक किचेन के माध्यम से अच्छा खाना मिल रहा है और कई लोगों ने यह भी कहा कि हमलोग खाना अपने बच्चों और बुजुर्गों के लिए घर पर भी ले जाते है. लाभार्थियों ने सीधे संवाद के दौरान बताया कि सरकार ने इस परिस्थिति में जो कदम उठाए हैं, वह सराहनीय है."


मुख्यमंत्री ने कहा कि "राज्य के सभी 38 जिलों में 432 सामुदायिक किचेन चलाये जा रहे हैं. हमने सामुदायिक किचेन को विस्तारित करते हुए हर प्रखंड में सामुदायिक किचेन खोलने का निर्देश दिया है ताकि अधिक से अधिक जरूरतमंद इसका लाभ उठा सकें. सरकार की मंशा है कि लॉकडाउन में मजदूर, निर्धन, निराश्रित, निःशक्त एवं जरूरतमंदों को दोनों वक्‍त शुद्ध भोजन मिले एवं कोई भूखा न रहे."


"सभी सरकारी अस्पतालों में रोगियों के परिजनों के लिए भी सामुदायिक किचेन के माध्यम से भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है. होम आइसोलेशन में रहने वाले कोविड मरीजों एवं उनके परिजनों के लिए भोजन की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही सामुदायिक किचेन में आने वाले बच्चे-बच्चियों के लिए दूध की भी व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है."


"कोरोना के रोगी जो घर पर आइसोलेशन में रहकर ईलाजरत हैं, उनके शरीर का तापमान और ऑक्सीजन स्तर नियमित तौर पर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा लिए जाने की शुरूआत की गयी है. जिन मरीज का ऑक्सीजन स्तर कम होगा, उनका चिकित्सीय पर्यवेक्षण में ईलाज कराया जाएगा और जरूरत पड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा."


"मुझे विश्वास है कि दृढ़ इच्छाशक्ति, सकारात्मक सोच के साथ बिहारवासी कोरोना के खिलाफ इस जंग में अवश्य सफल होंगे. पहले की तरह पुनः मैं अपील करता हूँ कि मास्क लगाएं, दो गज की दूरी बनाए रखें, हाथ साफ रखें और समय आने पर टीका अवश्य लगाएं."